ग्रेटर नोएडा के कासना में यूपीसीडा के कार्यालय में बुधवार को शिवनाडार यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधि और किसानों के बीच बैठक हुई। इसमें यूपीसीडा के अधिकारी भी रहे। जिसमें किसानों ने प्लाट दिए जाने की बात कही। साथ ही प्लाट के लिए रास्ता देने की मांग रखी।
ग्रेटर नोएडा के चिटहैरा गांव में किसानों की जमीन यूपीएसआईडीसी (यूपीसीडा) ने अधिग्रहित कर ली। उसमें शिवनाडार यूनिवर्सिटी बनएगा। किसान 10% विकसित प्लाट दिए जाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
गुरुवार को तीनों पक्ष मौके जमीन का निरीक्षण कर उसका समाधान करेंगे। किसानों ने बताया कि उन्हें मिलने वाले 10 % प्लाट के लिए उचित रास्ता नहीं दिया जा रहा था। उसी विवाद के समाधान के लिए बैठक हुई।
2006 -07 में अधिग्रहीत की गई थी जमीन
2006-07 में किसानों की जमीन अधिग्रहीत की गई थी। 20 अगस्त 2022 को किसानों ने अधिग्रहीत जमीन की एवज में मिलने वाले 10% प्लाट तुरंत दिए जाने की मांग की। इसको लेकर चिटहैरा से दादरी तक पैदल मार्च किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम शिकायत पत्र भी भेजा था। तहसील दिवस में आए DM सुहास एल वाई ने यूपीएसआईडीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक से फोन पर बात कर तीनों पक्षों बात करकके समाधान निकाले जाने का सुझाव दिया था।
इसी क्रम में किसान बुधवार को बड़ी संख्या में ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित यूपीसीडा कार्यालय में वार्ता के लिए पहुंचे थे।किसान और अधिकारियों के बीच वार्ता सफल रही। अब किसानों को उस रास्ते का निरीक्षण कराया जाएगा।इस दौरान तीनों पक्ष मौजूद रहेंगे।