आगरा यूनिवर्सिटी की सेमेस्टर परीक्षा में नहीं रूक रही नकल

आगरा यूनिवर्सिटी की सेमेस्टर परीक्षा में नहीं रूक रही नकल

सेमेस्टर परीक्षा में नकल रोकने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किए गए दावे फेल होते दिख रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी कैमरे बंद करने वालों पर जुर्माना लगाने के बाद भी नकल नहीं रूक रही है। केंद्रों पर आधे घंटे के लिए कैमरे बंद हो रहे हैं। इसके अलावा विवि की कार्यप्रणाली पर औटा द्वारा भी सवाल खडे़ किए गए हैं।


डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा चल रही हैं। परीक्षा में नकल रोकने के लिए विश्वविद्यालय ने सीसीटीवी से लैस कॉलेजों को केंद्र बनाया। नकल न हो इसकी निगरानी के लिए आईईटी में कंट्रोल रूम बनाया गया। इसके साथ ही कैमरे बंद करने वाले केंद्रों पर प्रतिदिन 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाने की बात कही गई। इन सब कवायदों के बाद भी नकल माफिया बेखौफ हैं।


परीक्षा के लिए आगरा मंडल में 190 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 65 आगरा में 52 मथुरा में 33 मैनपुरी में और 40 फिरोजाबाद में हैं। 29 अगस्त को इन 190 कालेजों में से आगरा में 23 फिरोजाबाद में 20 मथुरा में 10 और मैनपुरी में 16 परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी आफलाइन रहे। 30 अगस्त को दोनों पालियों में 16 केंद्रों के सीसीटीवी कैमरे आफलाइन रहे। 57 केंद्रों के सीसीटीवी कैमरे पहली पाली में बंद रहे। औटा अध्यक्ष डा. अनुराधा गुप्ता ने विवि प्रशासन पर भ्रामक सूचना देने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पिछले पांच दिन से आधे से अधिक केंद्रों के सीसीटीवी कैमरे कंट्रोल रूम से लिंक नहीं हुए। कई केंद्र ऐसे थे जहां पर कैमरे आधे घंटे के लिए अचानक बंद कर दिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि आधे घंटे कैमरे बंद कर ओएमआर आधारित परीक्षा में नकल को अंजाम दिया जा रहा है।


टैंट की कुर्सी मेज पर पंगत की तरह बैठे

किरावली स्थित महाराणा प्रताप कॉलेज में कंट्रोल रूम से आनलाइन निगरानी में नकल पकड़ी गई। केंद्र पर 30 अगस्त को सुबह की पाली में राजनीतिक शास्त्र की परीक्षा थी। कंट्रोल रूम से ऑपरेटर ने कॉलेज के सीसीटीवी चैक किए तो अलग नजारा देखने को मिला। एक कमरे में शादी समारोह में लगने वाली पंगत की तरह छात्र बैठे थे। बैठने के लिए भी टैंट की लाल रंग की कुर्सी थीं। सभी परीक्षार्थी झुंड में बैठे थे और आपस में नकल कर रहे थे। पास में एक व्यक्ति खड़ा था। वो पेपर साल्व करवा रहा था। कंट्रोल रूम प्रभारी प्रो. मनु प्रताप ने रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को भेज दी है।

Leave a Reply

Required fields are marked *