मेरठ के LLRM मेडिकल कॉलेज से मंगलवार दोपहर चोरी हुए गए 20 घंटे के नवजात को बुधवार देर रात पुलिस ने बरामद कर लिया। 36 घंटे बाद पुलिस ने नवजात बच्चे को नौचंदी थाना क्षेत्र में फूलबाग कॉलोनी से बरामद किया है।
बच्चे को चोरी करने वाला गांधी आश्रम के मंदिर के पुजारी का बेटा निकला। आरोपी अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। उसने बच्चे को बेचने के लिए चोरी किया था। पड़ोस की महिला को देकर वह फरार है। महिला ही नवजात की देखरेख कर रही थी। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है।
मेडिकल कॉलेज का कर्मचारी बताकर चोरी किया
किठौर के महलवाला गांव में रहने वाले नीनू की पत्नी डोली ने सोमवार दोपहर बेटे को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद बच्चा गायनिक वार्ड में मां के पास लेटा था। मंगलवार दोपहर एक युवक डोली के पास पहुंचा। उसने खुद को मेडिकल कॉलेज का कर्मचारी बताया।
युवक ने कहा कि बच्चे को टीका लगना है। इतना कहते हुए बच्चे को कपड़े में रखकर गोदी में ले गया। आरोपी के साथ एक अन्य युवक थी साथ-साथ चल रहा था। कपड़े में लिपटे बच्चे को लेकर लड़का बाहर निकल गया। बाद में परिजनों ने नर्स से कहा कि हमारा बच्चा कहां है? काफी देर बाद पता चला कि बच्चे को कोई चोरी कर ले गया। CCTV फुटेज में आरोपी युवक बच्चे को ले जाता हुआ कैद हुआ।
रात 2:30 बजे नवजात को बरामद किया
मेडिकल पुलिस ने रात करीब 2:30 बजे नवजात को फूलबाग कॉलोनी से बरामद कर लिया। मेडिकल इंस्पेक्टर बच्चू सिंह का कहना है कि नवजात बच्चे को नौचंदी क्षेत्र के पुजारी के बेटे केशव उर्फ दीपक ने चोरी किया था। पुलिस ने बच्चे के पिता नीनू को थाने बुलाकर पहचान कराई और उसके बाद बच्चे को मेडिकल कॉलेज में उसकी मां डोली और डॉक्टर को दिखाकर पुष्टि कराई। नवजात को मेडिकल कॉलेज के स्टाफ के साथ परिजनों को सौंप दिया गया।
बेचने के लिए चोरी किया था नवजात
पुजारी का बेटा दीपक घर से फरार हो गया। दीपक ने नवजात को महिला के घर में रखा था। यह महिला ही बच्चे की देखरेख कर रही थी। पुलिस ने महिला को भी हिरासत में लिया है। बार-बार यह महिला पुलिस को गुमराह कर रही है। पुलिस ने आरोपी दीपक की मां को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है। पुलिस की जांच में आया कि दीपक ने एक दिन की रैकी के बाद मेडिकल कॉलेज से नवजात चोरी किया है। दीपक किसी को यह बच्चा बेचना चाहता था। इंस्पेक्टर का कहना है कि दीपक के पकड़े जाने के बाद पूरे मामले का पता चल सकेगा
बच्चा रोता तो दूध और पानी पिला देती
पुजारी के बेटे दीपक ने जिस महिला को बच्चा सौंपा वह बच्चे को कमरे में रखा। इससे कि किसी पड़ोसी को बच्चे के रोने की आवाज न पहुंचे। पुलिस ने महिला से पूछताछ करते हुए पूछा कि बच्चे को कैसे रखा। महिला ने बताया कि बच्चा जब रोता तो उसके मुंह में चम्मच से पानी की बूंद डाल देती। उसके बाद भी बच्चा चुप नहीं होता तो निप्पल से बच्चे के मुंह में दूध की बूंद डाली। करीब 36 घंटे तक बच्चे को ऐसे ही रखा।
मां बोली- मेरी तो जान ही निकल गई
बच्चा चोरी होने के बाद मां डोली और पिता नीनू का रो-रोकर बुरा हाल था। नवजात की मां डोली दिव्यांग हैं। बच्चा मिलने के बाद मां डोली ने बताया कि बेटे का नाम शिवांश सोचा था। 2 साल का बड़ा बेटा है जिसका जन्म इसी हॉस्पिटल में हुआ था। उसका नाम कृष्णा है। डोली ने बताया कि पहले तो मुझे बताया नहीं कि बच्चा चोरी हो गया। बार-बार हसबैंड को कॉल मिलाई तो नर्स भी कुछ नहीं बोली। बाद में जब पता चला कि नवजात बेटा चोरी हो गया तो मेरी जान ही निकल गई। भगवान के हाथ जोड़े कि हे भगवान मेरा बेटा मुझे लौटा दो।
CCTV फुटेज से पता चला
बच्चा चोरी की घटना से मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए। इससे पहले फरवरी 2020 में भी मेडिकल कॉलेज से बच्चा चोरी हुआ था। बुधवार को मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आरसी गुप्ता ने गाइडलाइन जारी की कि स्टाफ सभी डॉक्टर नर्स ड्रेस और नेम प्लेट लगाकर रहेंगे। बाहर के किसी भी व्यक्ति को गायनिक वार्ड में न आने दिया जाए। पुलिस ने जब CCTV फुटेज देखी तो उसमें आरोपी युवक बच्चे को गोदी में ले जाता हुआ दिखाई पड़ा।
मेडिकल कॉलेज तक यह मास्क लगाया रहा लेकिन कई जगह इसका चेहरा साफ कैद हुआ। CCTV फुटेज से ही आरोपी की पहचान हुई। मेडिकल कॉलेज से फूलबाग कॉलोनी की दूरी 3 किमी है। जहां लोगों ने पुलिस को बताया कि बच्चा चोरी करने वाला दीपक है।