एआईएफएफ चुनाव : शीर्ष तीन पदों के लिए सीधा मुकाबला

एआईएफएफ चुनाव : शीर्ष तीन पदों के लिए सीधा मुकाबला

नयी दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के दो सितंबर को होने वाले चुनाव में शीर्ष तीन पदों के लिए सीधा मुकाबला होगा जिसमें दिग्गज फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया और पूर्व गोलकीपर कल्याण चौबे अध्यक्ष पद के लिए आमने-सामने होंगे। मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के पूर्व गोलकीपर चौबे बंगाल में भाजपा के नेता है और उन्हें गुजरात और अरुणाचल प्रदेश जैसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्यों से समर्थन मिलने के कारण प्रबल दावेदार माना जा रहा है। मंगलवार को दोपहर एक बजे नाम वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद चुनाव अधिकारी उमेश सिन्हा ने प्रत्येक पद के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की।


राज्य संघों के 34 प्रतिनिधि निर्वाचक मंडल में शामिल है जिनकी सूची को चुनाव अधिकारी ने पहले ही जारी कर दिया था। चुनाव एक अध्यक्ष एक उपाध्यक्ष एक कोषाध्यक्ष और कार्यकारी समिति के 14 सदस्यों के लिए होंगे। छह पूर्व खिलाड़ियों (चार पुरुष और दो महिला) को बाद में कार्यकारी समिति के सदस्यों में शामिल किया जाएगा और उन्हें मतदान का अधिकार होगा। कार्यकारी समिति के सदस्यों के लिए केवल 14 उम्मीदवार ही मैदान में हैं और इन सभी का चुना जाना तय है।


इन सदस्यों में जी पी पालगुना अविजित पॉल पी अनिलकुमार वलंका नताशा अलेमाओ मालोजी राजे छत्रपति मेनला एथेनपा मोहन लाल आरिफ अली के नीबौ सेखोज लालनघिंग्लोवा हमार दीपक शर्मा विजय बाली और सैयद इम्तियाज हुसैन शामिल हैं। राजस्थान फुटबॉल संघ के अध्यक्ष और कांग्रेस के नेता मानवेंद्र सिंह औरएनए हारिस उपाध्यक्ष पद के लिए आमने-सामने हैं। हारिस कर्नाटक फुटबॉल संघ के अध्यक्ष और राज्य में कांग्रेस के विधायक हैं।


मानवेंद्र के राज्य संघ ने भूटिया की उम्मीदवारी का अनुमोदन किया था। कोषाध्यक्ष पद के लिए आंध्र प्रदेश राज्य संघ के अध्यक्ष गोपालकृष्ण कोसाराजू और अरुणाचल प्रदेश के किपा अजय दो उम्मीदवार मैदान में हैं। भूटिया की उम्मीदवारी का प्रस्ताव रखने वाले कोसाराजू ने 26 अगस्त को पत्र लिखकर नाम वापस ले लिया था लेकिन सूत्रों ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में फॉर्म नहीं भरा है इसलिए उनकी उम्मीदवारी बरकरार रहेगी।

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