उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी आज यानी 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। हालांकि उनके एक्सटेंशन पर भी चर्चा चल रही है। आज देर शाम तक अगर दिल्ली से कोई फैसला नहीं होता है तो फिर अवस्थी को रिटायर होना ही पड़ेगा।
संभावना इसकी ज्यादा दिखाई दे रही है क्योंकि उनके सेवा विस्तार की चिट्ठी केंद्र को भेजी गई है। मगर कोई फैसला नहीं हो पाया है। अपर मुख्य सचिव गृह ने इस मामले पर बात करने से इनकार कर दिया। मगर उन्होंने सरकार के एजेंडे और अपने विभाग के बारे में जरूर बताया।
अवनीश अवस्थी को नहीं मिलेगा सेवा विस्तार?
फिलहाल यूपी की नौकरशाही में सबसे बड़ा सवाल अवनीश के एक्सटेंशन और रिटायरमेंट को लेकर ही है। यूपी के ब्यूरोक्रेसी में पिछले 1 महीने से उनके सेवा विस्तार को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। सबसे पहले अवनीश को 1 साल का सेवा विस्तार देने की प्रक्रिया शुरू की गई थी।
हालांकि शीर्ष स्तर पर सहमति नहीं बन सकी। इसके बाद अब 3 महीने के सेवा विस्तार के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा थी कि सीएम के करीबी होने की वजह से उन्हें एक्सटेंशन जरूर मिलेगा। मगर रिटायरमेंट के दिन तक अभी कोई पत्र केंद्र की ओर से नहीं आया है। लिहाजा अब उम्मीद कम है।
सेवा विस्तार नहीं मिलने की बड़ी वजह
क्या अवनीश अवस्थी को सेवा विस्तार नहीं मिलने के पीछे की वजह राजनीतिक है? उन्होंने बताया कि अवनीश को सेवा विस्तार नहीं मिलने की वजह सियासी नहीं बल्कि प्रशासनिक होगी। जानकारों के मुताबिक देश में कहीं भी ACS यानी कि एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को सेवा विस्तार देने का कोई उदाहरण नहीं है।
सिर्फ डीजीपी और चीफ सेक्रेट्री को ही सेवा विस्तार मिल सकता है। अवनीश अवस्थी न तो चीफ सेक्रेटरी हैं और न ही डीजीपी। एक बड़ी वजह ये भी है कि सेवा विस्तार देने का फैसला केंद्र ही करता है। यूपी ब्यूरोक्रेसी में अवनीश को ताकतवर चेहरा माना जाता है।
अवनीश के बाद किसके पास होगा गृह विभाग
अवनीश अवस्थी के रिटायरमेंट से पहले ही गृह विभाग का मुखिया कौन बनेगा? इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इस रेस में कुछ चेहरे सबसे आगे हैं। इनमें ACS स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार सूचना विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और नगर विकास के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात शामिल हैं।
अवनीश के पास है कई अहम जिम्मेदारियां
अवनीश कुमार अवस्थी 1987 बैच के IAS अधिकारी हैं। 2017 में जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने तो केंद्र से लौटे अवस्थी को ACS सूचना के साथ पर्यटन विभाग यूपीडा व उपसा की जिम्मेदारी सौंपी गई। 31 जुलाई 2019 को अवस्थी को गृह विभाग की भी जिम्मेदारी सौंप दी गई।
मौजूदा समय में अवस्थी के पास गृह विभाग के अलावा यूपीडा उपसा के सीईओ ऊर्जा कारागार एवं सुधार प्रशासन गोपन सतर्कता वीजा पासपोर्ट धर्मार्थ कार्य के अपर मुख्य सचिव और डीजी जेल का भी चार्ज है।
योगी के करीबी अफसर माने जाते हैं अवनीश
उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में सबसे ज्यादा चर्चित नाम अवनीश अवस्थी का रहा है। इन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ का सबसे करीबी अफसर बताया जाता है। 2002-2003 में जब अवनीश अवस्थी गोरखपुर के डीएम हुआ करते थे तो योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद। कहते हैं कि सीएम बनने के बाद केंद्र से आए अवनीश अवस्थी पर सीएम ने भरोसा जताया और अवस्थी उस भरोसे पर खरा उतरे।
सीएम योगी ने अवस्थी को कई बड़े विभागों की जिम्मेदारी सौंपी और रिजल्ट भी मिला। बतौर अपर मुख्य सचिव गृह CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर कार्रवाई माफिया के खिलाफ योगी सरकार का बुलडोजर धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर उतारना हो एनकाउंटर जैसी पॉलिसी को अवनीश अवस्थी ने लागू किया। साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे निर्माण की जिम्मेदारी भी अवनीश अवस्थी के पास ही थी।