सहारनपुर में 39 हाजर 838 बुजुर्गों की वृद्धा पेंशन बंद हो गई। केवल 55 हजार 118 बुजुर्गों को पेंशन पहुंच पाई है। 93 हजार 2 बुर्जुर्गों ने पेंशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। 2017 से पेंशन बंद है। पेंशन के लिए 5 साल से सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं।
40 हजार बुजुर्ग पेंशन को काट रहे चक्कर
सहारनपुर में वृद्धा पेंशन को लेकर बुजुर्ग श्यामू विकास भवन के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने बताया 6 साल से पेंशन बंद है। विकास भवन जाता हूं लेकिन अधिकारी टरका देते हैं। कोई कुछ स्पष्ट कारण नहीं बताता है।
बुजुर्ग बोले-फोटो और छापने पर अधिकारी नाराज हो जाएंगे
कई बुजुर्ग ऐसे मिले हैं। जिनके बच्चों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। पेंशन ही सहारा है। उन लोगों ने कैमरे के सामने आने से साफ मना किया। नाम और फोटो भी नहीं दी। बुजुर्ग बोले आपकी वीडियो और फोटो देखकर कहीं अधिकारी नाराज न हो जाएं। आगे की रोटी खटाई में पड़ जाएगी। बताया कि अधिकारी हमारे आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी लेकर रख लेते हैं। आश्वासन देकर भेज देते हैं लेकिन पेंशन अभी तक नहीं आया। अधिकारियों का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 से राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत आधार कार्ड बेस्ड भुगतान होना है।
जनसेवा केंद्रों पर भर सकते हैं KYC
वृद्धा पेंशन के लिए मोबाइल नंबर आधार कार्ड नंबर और बैंक खाता नंबर जनसेवा केंद्रों या समाज कल्याण विभाग कार्यालय में आकर प्रमाणित कराना होगा। इस वित्तीय वर्ष में बिना आधार के सत्यापन के बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिलेगा।
छह माह का हुआ अंतर
करीब 6 महीनों से पेंशन नहीं मिलने के सवाल पर जिला समाज कल्याण अधिकारी अर्चना ने बताया इस वित्तीय वर्ष में जनवरी में साल 2021 के तीन माह की पेंशन आ चुकी थी। आधार प्रमाणीकरण की वजह से 6 महीने का गैप हुआ है। जिस कारण लाभार्थियों के खातों में उनकी पेंशन नहीं पहुंच सकी है। आधार बेस्ड भुगतान होने और आधार प्रमाणीकरण नहीं होने के कारण उन्हें पेंशन नहीं दी गई।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में आधार बेस्ट पेंशन का भुगतान होना है। सहारनपुर में 93 हजार 2 लाभार्थियों की पेंशन बनी हुई है। जिनमें से 55 हजार 118 बुजुर्गों की पेंशन उनके खाते में भेज दी गई है। अभी तक 16 करोड़ 25 लाख 76 हजार रुपये जारी कर दिए गए हैं। आधार कार्ड बेस्ड होने के कारण 39 हजार 838 लाभार्थियों की पेंशन रुकी हुई है।