सुरक्षा चिंताओं के बीच आईएईए की टीम यूक्रेन के परमाणु संयंत्र की जांच करेगी

सुरक्षा चिंताओं के बीच आईएईए की टीम यूक्रेन के परमाणु संयंत्र की जांच करेगी

बर्लिन (एपी)। संयुक्त राष्ट्र के परमाणु नियामक अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की एक टीम ने यूक्रेन में जारी संघर्ष के बीच सोमवार को जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र की यात्रा शुरू की। परमाणु संयंत्र का निरीक्षण आईएईए का बहुप्रतीक्षित मिशन है जिसके माध्यम से दुनिया को एक तबाही से बचाने की कवायद की जा सकेगी। आशा की दुर्लभ किरणों के बीच यूक्रेन और रूस ने फिर से एक-दूसरे पर संयंत्र के चारों ओर व्यापक क्षेत्र पर गोलाबारी करके संघर्ष को भड़काने का आरोप लगाया है जो पिछले सप्ताह से कुछ थम सा गया था।


इस प्रकार की त्रासदी से बचने के लिए आईएईए के महानिदेशक रफेल ग्रोसी ने काफी समय पहले से यूरोप के सबसे बड़े जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र में विशेषज्ञों के प्रवेश की अनुमति मांग रखी थी। यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के शीघ्र बाद रूसी सैन्यबलों ने जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर कब्जा कर लिया था। ग्रोसी ने ट्वीट किया आखिर वह दिन आ गया। सहयोग एवं सहायता मिशन रवाना हो चुका है। ग्रॉसी ने अधिक सटीक समयरेखा प्रदान नहीं की या 13 अन्य विशेषज्ञों के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट करने के अलावा और कोई विवरण नहीं दिया।


आईएईए ने ट्वीट किया कि विशेषज्ञ संयंत्र को भौतिक रूप से हुए नुकसान का आकलन करेंगे सुरक्षा प्रणालियों की कार्यक्षमता का पता लगाएंगे और कर्मचारियों की स्थिति सहित अन्य चीजों का मूल्यांकन करेंगे। रूस और यूक्रेन ने इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र में या उसके आस-पास हाल ही में रॉकेट तथा तोपों से हमलों का दावा किया है। इन हमलों से विकिरण का रिसाव बढ़ने की आशंका तेज हो गई है। ऐसे में विशेषज्ञों के जल्द वहां पहुंचने की खबर बेहद महत्वपूर्ण है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि यह मिशन आईएईए के इतिहास का सबसे कठिन मिशन होगा।


कुलेबा ने स्टॉकहोम में कहा हम (आईएईए) मिशन से सभी परमाणु सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन के तथ्यों के स्पष्ट बयान की उम्मीद करते हैं। हम जानते हैं कि रूस न केवल यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया को परमाणु दुर्घटना के खतरे में डाल रहा है। मॉस्को में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने यूक्रेन पर संयंत्र में और उसके आसपास गोलाबारी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा हमारा मानना ​​है कि सभी देशों को यूक्रेन पर दबाव बनाना चाहिए और उसे ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र और आसपास के क्षेत्रों में गोलाबारी करके यूरोपीय महाद्वीप को खतरे में डालने से रोका जाना चाहिए।


यूक्रेन की परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने एक नक्शे के जरिये अपना पूर्वानुमान पेश किया है कि रूसी सेना के नियंत्रण वाले जापोरिज्जिया संयंत्र से किन-किन इलाकों में विकिरण फैल सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र में भारी जंग जारी रहने और कई यूक्रेनी हमलों की सूचना दी है। खेरसॉन क्षेत्र में से अधिकांश पर रूसियों का कब्जा है।

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