पणजी। गोवा को फुटबॉल की दीवानगी के लिए जाना जाता है लेकिन इस राज्य में अब इस खेल का छोटा प्रारूप फुटसाल तेजी से लोकप्रिय हो रहा है जो कि इंडोर में हार्ड कोर्ट पर खेला जाने वाला एक खेल है। पिछले 10 वर्ष से भी कम समय में राज्य में फुटसाल के 15 से अधिक मैदान तैयार किए गए और प्रमोटर्स इसे फुटबॉल खिलाड़ियों की नर्सरी करार देते हैं जहां उन्हें इस खेल का ककहरा सीखने में मदद मिलती है। गोवा फुटसाल एलायंस के अध्यक्ष बेंजामिन सिल्वा ने पीटीआई से कहा कि उन्होंने 2016 में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए शुरुआती कदम उठाए थे और अब उसके सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू हो गए हैं।
सिल्वा ने कहा कि यह सफर आसान नहीं रहा क्योंकि गोवा फुटबॉल संघ ने किसी भी तरह की मदद देने से इनकार कर दिया था। गोवा फुटबॉल संघ विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था फीफा से मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कहा हमने अपने प्रयासों से ही कार्य जारी रखा। हमारा लक्ष्य राज्य में अधिक से अधिक फुटसाल खिलाड़ियों को तैयार करना है। उचित आधारभूत ढांचा नहीं होने के कारण फुटसाल को राज्य में अपने पांव जमाने में थोड़ा समय लगा लेकिन अब इसके पर्याप्त मैदान हैं और कई टीमें इस खेल को खेल रही हैं। फुटबॉल में जहां दोनों टीमों में मिलाकर 22 खिलाड़ी भाग लेते हैं वहीं फुटसाल में केवल 10 खिलाड़ियों की जरूरत पड़ती है जिसमें एक टीम में पांच खिलाड़ी होते हैं।