रठ के रोहटा क्षेत्र में शुक्रवार शाम पटाखा फैक्ट्री में लगी आग में एक जिंदगी झुलसकर खाक हो गई। फैक्ट्री में काम करने वाला कर्मचारी संजय हादसे में जान गवा बैठा। महिलाओं ने 10 फुट ऊंची दीवार कूदकर खुद को बचाया। जिंदगी तो बच गई मगर मौत का वो मंजर इन महिलाओं की आंखों में अभी भी कायम है। फैक्ट्री में काम के वक्त अचानक हुए धमाके को देखने वाली महिलाओं ने दैनिक भास्कर को घटना की एक-एक बात बताई। आप भी पढ़िए आखिर फैक्ट्री में कैसे यह हादसा हुआ....
मैं पानी पी रही थी अचानक आग दिखी
काम करने वाली मुनीश ने बताया मैं अपनी साथी लक्ष्मी के साथ नल पर पानी पी रही थी तभी देखा कि पीछे से आग फैलती आ रही है। हम कुछ नहीं समझ पाई। मैं और मेरे साथ की 10 और महिलाएं और 2 आदमी हम कुल 13 लोग थे। जो उस वक्त कारखाने में काम कर रहे थे। हम 10 औरतें बाहर बरामदे में रोजाना की तरह बैठकर पटाखों की पैकिंग और छंटाई में लगे थे। लेकिन संजय अंदर कमरे में मशीन पर चटर-पटर बनाने का काम कर रहा था। शायद बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लगी इतना मैं नहीं जानती। मेरे साथ फैक्ट्री में प्रियंका शिवानी बरखा गीता अंजू शीला मोहिनी प्रीति और लक्ष्मी थी हम सब रोजाना की तरह काम कर रही थी तभी ये धमाका हुआ। देखा आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठ रही थीं।
एक दूसरे पर चढ़कर हमने दीवार कूदी
काम करने वाली प्रियंका ने कहा जब हमने आग अपनी तरफ आती देखी तो हम जान बचाने जुट गए। फैक्ट्री की जो 10 फुट ऊंची दीवार है उसी से कूदकर जान बचाना समझ आया। हमारे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया। हमें ध्यान नहीं रहा कि दरवाजे से बाहर निकलें। इतनी ऊंची दीवार बिना सहारे के हम औरतें कैसे कूदते। किसी तरह राम का नाम लेकर एक दूसरे पर चढ़कर हमने दीवार कूदकर जान बचाई। जान बचाने के चक्कर में किसी के सिर में तो किसी के मुंह में चोट भी लग गई। संगीता और मोहिनी के तो पूरे घुटने छिल गए। किसी तरह जान बची है।
होली में रंग दिवाली में हम पटाखे बनाती हैं
काम करने वाली प्रीति ने कहा होली से पहले हम फैक्ट्री में रंग बनाना का काम करती हैं। दिवाली से पहले पटाखे बनते हैं। काफी समय से हम इस फैक्ट्री में काम कर रही हैं।
फैक्ट्री में हुए धमाके में एक युवक की मौत हो गई।
रोहटा थाना क्षेत्र के गांव रोहटा स्थित पटाखा फैक्ट्री में शुक्रवार दोपहर विस्फोट हो गया। जिससे काम कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई। फैक्ट्री में 13 लोग काम कर रहे थे। जिसमें 11 महिलाएं व दो पुरुष हैं। महिलाएं यहां पर-डे 200 रुपए पर काम करती थीं। हादसे की सूचना पर पुलिस के आला अफसर फायर ब्रिगेड सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंचे दमकल विभाग की 3 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। फैक्ट्री में विस्फोट से आस-पास के गांव में दहशत है। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि फैक्ट्री का लाइसेंस गोदाम के नाम पर है। फैक्ट्री बिना किसी जानकारी के चल रही थी। फैक्ट्री के बाहर कोई भी बोर्ड नहीं लगा हुआ था।