रामपुर में एक 70 वर्षीय मां ने अपनी जान बचाने की गुजारिश पुलिस अधीक्षक से की है। पुलिस अधीक्षक से अपनी जान उन कपूतों से बचाने के लिए कहा है जिन्हें कभी सांसे बख्शीं थीं और पाल पोस कर बड़ा किया। 70 वर्षीय मां को चार बेटों ने मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया है और वह दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
बेटों द्वारा मारपीट करने पर बेटी ने कराया इलाज
रामपुर के थाना मिलक क्षेत्र के ग्राम शाहदरा की रहने वाली 70 वर्षीय तवीज़न ने एसपी से गुहार लगाई है। तवीज़न ने एसपी से गुहार लगाकर कहा है कि उसे अपने चार बेटों नूर आलम रफीक शफीक और नामे अली से बचाइए। पति की मृत्यु 5 वर्ष पहले हो चुकी है और अब उसके चार बेटे उसकी जमीन घर जायदाद जो कि 2.709 हेक्टेयर है और ट्रैक्टर हड़पने व कब्जा करने के चक्कर में उसकी जान पर आमादा हैं। बेटे बुरी संगतों में भी पड़े हुए हैं। तवीज़न ने बेटों की संगति को देखकर 1 साल पहले अपनी चल अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया था। इससे अक्रोशित बेटों ने ईद के दिन 9 जुलाई और 15 जुलाई को उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। बेटों पर आरोप है कि उन्होंने मां को चारपाई से बांध दिया और पैर के गट्टों में करंट लगाया। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों ने तवीज़न को बेटो से छुड़ाया और तवीज़न की बेटी रोशनी जो कि मुरादाबाद में रहती है उसे सूचना दी। सूचना पाकर रात्रि में ही बेटी अपनी मां तवीज़न को इलाज कराने ले गई।
पुलिस ने आश्वासन देकर थाने से वापस भेजा
तवीज़न के अधिवक्ता अनिल चौहान ने बताया कि इस घटना की शिकायत पीड़िता ने मिलक थाने में की जहां सिर्फ आश्वासन देकर वापस भेज दिया गया और मामले को दर्ज नहीं किया गया। तवीज़न आए दिन की मारपीट से परेशान है और घर छोड़कर दर ब दर की ठोकरें खा रही है। पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर तवीज़न ने अपनी जान की गुहार लगाई है।