भारतीय टीम (Indian Team) का जिम्बाब्वे दौरा समाप्त हो चुका है. इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली गई. सीरीज के दौरान लगभग सभी खिलाड़ी जबर्दस्त अंदाज में नजर आए लेकिन जिस खिलाड़ी ने लोगों को सर्वाधिक प्रभावित किया वह थे टीम के 22 वर्षीय युवा क्रिकेटर शुमभन गिल (Shubman Gill). सीरीज के दौरान गिल को जिस नंबर पर भी बल्लेबाजी के लिए उतारा गया वहां उन्होंने उम्दा प्रदर्शन किया.
सीरीज के दौरान उनकी शॉट सेलेक्शन काबिले तारीफ रही. मैदान में बल्ले के साथ कला बाजी करते देख लोगों को उनके अंदर भविष्य का सचिन और विराट नजर आने लगा है. सलामी बल्लेबाज के तौर रन बना रहे गिल को जब तीसरे क्रम पर उतरा गया तो वह यहां भी टीम के लिए सुपरहिट साबित हुए और अपने वनडे करियर का पहला सैकड़ा जड़ दिया. गिल के इस प्रचंड फॉर्म को देखते हुए लोग उन्हें कोहली का उत्तराधिकारी मामने लगे हैं.
यही नहीं वह सीरीज दर सीरीज खुद को महान खिलाड़ियों के लिस्ट में भी शामिल कर रहे हैं. तीसरे वनडे मुकाबले में 130 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी के बाद उन्होंने सचिन तेंदुलकर का एक खास रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपने नाम कर लिया है. दरअसल गिल से पहले जिम्बाब्वे के खिलाफ जिम्बाब्वे में वनडे प्रारूप की एक पारी में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर (127) के नाम दर्ज था जो उन्होंने 1998 में बनाई थी.
हालांकि तीसरे वनडे में 130 रनों की शतकीय पारी के बाद गिल ने सचिन को पछाड़ते हुए यह खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. इसके अलावा उन्होंने जिम्बाब्वे दौरे पर एक और खास उपलब्धि हासिल की है. दरअसल गिल के इंटरनेशनल करियर की यह पहली सेंचुरी थी जो उन्होंने जिम्बाब्वे में बनाई है. गिल से पहले रोहित और राहुल ने भी जिम्बाब्वे में ही ऐसा करके दिखाया था. रोहित ने 2010 और राहुल ने 2016 में अपने करियर की पहली इंटरनेशनल सेंचुरी जिम्बाब्वे में लगाई थी.
बता दें गिल वेस्टइंडीज दौरे से ही प्रचंड फॉर्म में चल रहे हैं. उन्होंने पहले पहल वेस्टइंडीज में तीन मैचों की वनडे सीरीज में दो अर्द्धशतकीय पारी के बदौलत 205 रन बनाए. वहीं जिम्बाब्वे दौरे पर भी उनका जलवा देखने को मिला. उन्होंने यहां एक शतक और एक अर्द्धशतकीय पारी के बदौलत 245 रन बनाए हैं. गिल के बल्ले से पिछले छह मुकाबलों की छह पारियों में 112.5 की औसत से 450 रन निकले हैं. इसमें एक शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं.