आजमगढ़ को फिर साधेंगे अखिलेश MLC के बाद उपचुनाव में मिली हार के बाद अखिलेश का पहला दौरा

आजमगढ़ को फिर साधेंगे अखिलेश MLC के बाद उपचुनाव में मिली हार के बाद अखिलेश का पहला दौरा

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलने आजमगढ़ आ रहे हैं। MLC चुनाव और फिर लोकसभा उपचुनाव में मिली शिकस्त के बाद ये अखिलेश की आजमगढ़ का पहला दौरा है। वो 23 अगस्त को आजमगढ़ की जिला जेल में पहुंचेंगे। यहीं पर दोनों की सियासी मुलाकात होगी।


करीब 2 बजे इटौरा जेल पहुंचने के बाद वो 1 घंटा यहीं रहेंगे। इससे पहले अखिलेश 17 मई को सपा के पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव की मां के देहांत पर आजमगढ़ आए थे। 2 चुनाव में सपा को अपने ही गढ़ में हार मिलने के बाद अखिलेश के इस दौरे को 2024 लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है


तो क्या इस दौरे से फिर आजमगढ़ में सक्रिय होने जा रहे अखिलेश

अखिलेश आजमगढ़ से सांसद रहे हैं। यहां हुए लोकसभा उपचुनाव में वो प्रचार के लिए नहीं आए थे। जबकि उनके चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव सपा से प्रत्याशी थे। सपा को अपने ही गढ़ में हार का सामना करना पड़ा। ऐसा माना जा रहा है कि इस सियासी दौरे के जरिए अखिलेश फिर आजमगढ़ में सक्रिय होने जा रहे हैं।


यहां के मुस्लिम-यादव का मिजाज दूसरे जिलों से अलग

आजमगढ़ में मुस्लिम यादव और अनुसूचित जाति का मिजाज पूर्वांचल के दूसरे जिलों से थोड़ा अलग है। अब भाजपा से दिनेश लाल यादव निरहुआ सांसद आजमगढ़ हैं। एमएलसी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी। बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ट्विटर पर बसपा को मजबूत करने में दिन-रात एक किए हुए हैं। इन हालात में अपने ही गढ़ में मजबूती के लिए रमाकांत यादव अहम साबित हो सकते हैं। क्योंकि विधायक रमाकांत मुस्लिम और यादवों के बीच पॉपुलर हैं।


भाजपा लगातार खुद को मजबूत कर रही

दरअसल भाजपा लोकसभा उप चुनाव में ही शिवपाल के खास रामदर्शन यादव को तोड़ चुकी है। तिरंगा यात्रा में एक अनुमान है कि करीब ढाई हजार यादव शामिल हुए। हाल में सीएम योगी आदित्यनाथ अपने दौरे में 143 करोड़ से डेवलपमेंट के प्रोजेक्ट आजमगढ़ को दे गए हैं।


अखिलेश का प्रोग्राम 3 बार बदला

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को आजमगढ़ आने का प्रोग्राम 3 बार बदला है। पहले अखिलेश 20 अगस्त को आ रहे थे। अचानक कार्यक्रम में बदलाव हुआ और 21 अगस्त को आने का प्रोग्राम बना। फिर नए प्रोटोकॉल में 23 अगस्त को आना फाइनल हो गया।


रमाकांत यादव का पॉलिटिकल कॅरियर 1985 : राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। 1985 : कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधानसभा चुनाव जीते। 1991 : समाजवादी जनता पार्टी से तीसरी बार विधानसभा का चुनाव जीते। 1993 : सपा के टिकट पर चौथी बार विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहे। 1996 : पहली बार सपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीते। 1999 : सपा के सिंबल पर लोकसभा पहुंचने में कामयाब रहे। 2004 : बसपा के टिकट पर लोकसभा पहुंचने में कामयाब रहे। 2009 : भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते। 2014 : लोकसभा चुनाव मुलायम सिंह यादव से हार गए। 2019 : भाजपा से टिकट नहीं मिला। कांग्रेस के टिकट पर भदोही से लोकसभा से चुनाव लड़े। 2022 : विधानसभा चुनाव में पांचवी बार विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहे।

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