कैच दी रेन मिशन से रामपुर की तस्वीर बदल रही है। बारिश के पानी को ज्यादा से ज्यादा इकट्ठा कर इस्तेमाल में लाने की कोशिश रंग ला रही है। इस तकनीक से जिले के सभी विकास खंड डार्क जोन से अब सेफ जोन में आ गए हैं और एक विकास खंड डार्क जोन से बाहर आने की कगार पर है।
कैच दी रेन मिशन पर हुआ युद्ध स्तर पर काम
कैच द रेन मिशन के तहत जिले में 196 अमृत सरोवरों को तैयार किया गया है। सभी अमृत सरोवरो में 2-2 रिचार्ज शाफ्ट को तैयार किया गया है। 530 तालाबों का रेनोवेट कर काया पलट की गई है। 22 हजार सोक पिट गड्ढे बनाए गए हैं। 27 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं। सरकारी और अर्ध सरकारी एवं सभी पंचायत बिल्डिंगों में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जा चुका है। इसके साथ ही वर्षा के ज्यादा से ज्यादा पानी को संभाल कर रखने के लिए कोशिशें की जा रही हैं। पहले जिले के 4 विकास खण्ड डार्क जोन में थे जिनमें से 3 विकास खण्ड स्वार सैदनगर और शाहबाद सेफ जोन में आ गए हैं। चमरौआ विकास खण्ड जो कि एक्स्ट्रा डार्क जोन में था अब क्रिटिकल कैटेगरी में है और बहुत मुमकिन है कि यह विकास खण्ड भी जल्द ही सेफ जोन में आ जायेगा।
2 सदस्यीय टीम ने दिए थे पानी बचाने के टिप्स
असिस्टेंट इंजीनियर लघु सिंचाई जीतेन्द्र कुमार सैनी ने बताया कि 15 दिन पहले में डायरेक्टर खाद्य एवं प्रसंस्करण एसके वर्मा वैज्ञानिक केन्द्रीय भूगर्भ जल विभाग डॉ0 शशिकान्त सिंह की दो सदस्यीय टीम द्वारा सभी विकास खण्डों में किए जा रहे कामों का निरीक्षण किया गया था। टीम द्वारा जिले में बनवाए गए अमृत सरोवरों व तालाबों के सौंदर्यीकरण की तारीफ भी की गई थी। साथ ही जरूरी सुझाव भी दिए गए थे।
इन स्थानों पर बने अमृत सरोवर और चैक डैम
जिले के विकास खण्ड चमरौआ में अमृत सरोवर तुमडिया दनियापुर विकास खण्ड मिलक में अमृत सरोवर नगला उदई गहलुईया सईदाबाद चेकडैम डिसिल्टिंग कार्य विकास खण्ड बिलासपुर में अमृत सरोवर मनकरा नूरपुर व लालपुर चेकडैम विकास खण्ड स्वार में अमृत सरोवर भोट बक्काल कुम्हरिया कलां हासमी नगर विकास खण्ड सैदनगर में अमृत सरोवर सिंगनखेडा सिंगनी एवं विकास खण्ड शाहबाद में अमृत सरोवर पटवाई ऊँचागाँव बन्दार शाहपुरदेव का इंस्पेक्शन किया गया तथा जिला प्रशासन द्वारा अमृत सरोवरों के निर्माण और उसके पॉजिटिव रिजल्ट की टीम द्वारा तारीफ भी की गई।
जल शक्ति केन्द्र एवं रेन वाटर हावेस्टिंग सिस्टम की गई तारीफ
टीम ने विकास भवन में बने जल शक्ति केन्द्र एवं रेन वाटर हावेस्टिंग सिस्टम को भी देखा।बहल्ला नदी पर बनाए गए सबसरफेस डाइक रिचार्ज शाफ्ट और दूसरे कामों की प्रजेंटेशन सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई द्वारा दी जा चुकी है। जिसकी टीम ने भरपूर तारीफ की थी।