बांदा में नाव पलटने से कई लोग डूब गए थे। शनिवार को यमुना से 8 और लोगों के शव निकाले गए हैं। इस घटना के बाद मऊ में भी प्रशासन ने सक्रियता दिखाई है। अवैध रूप से चल रही नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है। बिना सुरक्षा के नावों को चलाने से रोका जा रहा है। एसडीएम ने ठेकेदार को तलब कर सख्त हिदायत दी है।
चित्रकूट तहसील क्षेत्र के अंतर्गत यमुना नदी के कई घाटों पर अवैध रूप से नावों का संचालन होता है। शनिवार की सुबह एसडीएम नवदीप शुक्ला के निर्देश पर नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे। उन्होंने नावों का संचालन रुकवा दिया गया।
शिकायत पर एसडीएम ने लिया संज्ञान
बांदा में हुई भीषण नाव दुर्घटना के बाद से जिले में भी प्रशासन ने अवैध रूप से बिना सुरक्षा के चलाई जा रही नावों के संचालन को लेकर सख्ती दिखाई है। प्रशासन को सूचना मिली थी कि मऊ तहसील के बियावल व अन्य घाटों पर बिना किसी सुरक्षा के नावें चलाई जा रही हैं। नावों में संख्या से ज्यादा लोगों को बैठाकर पार कराया जा रहा है। एसडीएम नवदीप शुक्ला ने इसका तुरंत संज्ञान लिया।
निर्धारित से ज्यादा लोग नाव में बैठे थे
एसडीएम के निर्देश के बाद नायब तहसीलदार घासीराम को भेजा गया। वहां पर कुछ नावें चलती पाई गईं। इनमें सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी। इसके अलावा इन नावों में निर्धारित से काफी ज्यादा लोगों को बैठाया गया था। कई बाइकों भी नाव में रखी गईं थीं। एसडीएम ने संबंधित ठेकेदार को तलब किया और अवैध रूप से नावों को न चलाने की हिदायत दी।