कॉमनवेल्थ गेम्स में देश को सिल्वर मेडल दिलाने वाली वाक रेसर प्रियंका गोस्वामी आज अपने पैतृक गांव गढ़मलपुर सागड़ी पहुंचेगी। मेरठ से गाड़ी से चलकर प्रियंका थाना फुगाना क्षेत्र के गढ़ी सखावत आएगी और वहां से हजारों लोगों के साथ अपने गांव जाएगी। प्रियंका के स्वागत में गांव और आसपास के लोग जुटना शुरू हो गए हैं।
प्रियंका ने साबित की अपनी प्रतिभा
मुजफ्फरनगर के थाना फुगाना क्षेत्र के गांव गढ़मलपुर सागड़ी की बेटी प्रियंका गोस्वामी ने विपरीत हालात में भी अपनी प्रतिभा साबित की है। प्रियंका गोस्वामी के पिता मदन पाल गोस्वामी परिवहन विभाग में बस कंडक्टर की नौकरी करते थे। नौकरी चले जाने पर मदन पाल के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। फिर भी प्रियंका ने हार नहीं मानी। वाक रेस में अपनी किस्मत आजमाने वाली प्रियंका ने सफलता की ऊंचाई को छुआ। 26 वर्षीय ओलंपियन ने 10 किलोमीटर वाक रेस प्रतिस्पर्धा में बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में देश की ओर से प्रतिभाग किया था। 6 अगस्त को हुई वाक रेस प्रतियोगिता में प्रियंका गोस्वामी ने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता।
मेडल जीतने के बाद से ही प्रियंका का गांव गढ़मलपुर सागड़ी सहित जिला और देश में उत्साह है। बर्मिंघम से घर पहुंचने पर प्रियंका का जोरदार स्वागत किया गया। प्रियंका बुधवार को मेरठ स्थित घर से अपने गांव गढ़मलपुर सागड़ी पहुंच रही है। बुधवार को अपराह्न 2:00 बजे प्रियंका गांव गढ़ी सखावत पहुंचेगी जहां से प्रशंसकों के साथ वह अपने गांव रवाना हो जाएगी।
प्रियंका के पिता ने मांगी पुलिस सुरक्षा
प्रियंका के पिता मदन पाल गोस्वामी ने सीओ क्षेत्र फुगाना को पत्र लिखकर कार्यक्रम की जानकारी दी है।उन्होंने सीओ से प्रियंका के कार्यक्रम के दौरान उचित पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।