शाहजहांपुर और राजस्थान पुलिस ने चोरी करने वाले गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने राजस्थान में एक पुलिस कांस्टेबिल के घर चोरी की घटना को अंजाम दिया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद घटना स्थल के आसपास शाहजहांपुर के चार संदिग्धों देखा गया था। जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने शाहजहांपुर में डेरा डाल दिया था। खास बात ये है कि गैंग का एक आरोपी जेल में बंद था। तीन साथी उसकी जमानत कराने के लिए राजस्थान गए थे। जमानत कराने के फौरन बाद ही चोरी की योजना बना ली थी।
राजस्थान में चोरी की घटना को दिया था अंजाम
राजस्थान के जिला दौसा के थाना मानपुर क्षेत्र के गांव मरियाडा जाट की ढाणी निवासी राहुल चौधरी दौसा जिले में पुलिस में सिपाही पद पर तैनात हैं। सिपाही राहुल के मकान से 21 जुलाई की रात अज्ञात चोरो ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। पीड़ित ने 22 जुलाई को चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद घटना स्थल के आसपास संदिग्धों को देखा गया जानकारी करने पर पुलिस को पता चला कि सभी संदिग्ध शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। मंगलवार को राजस्थान पुलिस की एक टीम शाहजहांपुर के एसपी एस आंनद से मिली। उसके बाद थाना मदनापुर और राजस्थान पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए मुखबिर की सूचना पर गौटिया पुलिया के पास से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 70 ग्राम सोने-चांदी के आभुषण बरामद किये हैं। पकड़े गए आरोपी अनीस बब्लू शाने आलम और नसीम शाहजहांपुर के थाना मदनापुर क्षेत्र के रहने वाले हैं। राजस्थान पुलिस आरोपियों को अपने साथ ले गई।
आरोपियों को राजस्थान ले गई पुलिस
एसपी एस आंनद के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपी शाने आलम ने राजस्थान के दौसा जिले में एक मेले में चोरी की थी। उसके बाद पुलिस ने उसको जेल भेजा था। उसके तीन साथियों ने वहां जाकर 21 जुलाई को उसकी जमानत कराई थी। जमानत वाले दिन ही चोरी की योजना बनाकर घटना को अंजाम देकर शाहजहांपुर आ गए थे। इसी तरह अलग-अलग जिलो और प्रदेशों मे चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।