अधूरा ज्ञान और अति उत्साह हमेशा नुकसान पहुंचाते हैं , इसी के चक्कर मे चौबे जी छब्बे बनने गए थे पर दूबे बनकर लौट आये , इसी कड़ी में अबकी फिर एक बार चर्चा में हैं हरदोई जिले की सण्डीला से पहली बार विधायक बनी अलका अर्कवंशी , 2022 विधानसभा चुनाव से पहले अलका अर्कवंशी को उनके परिवार मुहल्ले के लोगों के अलावा कोई नही जानता था , ना विधानसभा में और ना बीजेपी में पर विधायक बनने के बाद अलका अर्कवंशी से कोई ना कोई ऐसा मामला जुड़ता आ रहा है जिससे वो जिले के टॉप 2 चर्चित जनप्रतिनिधियों में अपना स्थान बना चुकी हैं । हाल में ही अपने कार्यालय के चुस्त दुरुस्त कर्मचारी को फ़ोटो के चक्कर मे व्हील चेयर का मामला हुआ ही था अब अधूरे ज्ञान और अति उत्साह के चक्कर मे सरकारी राशन आपूर्ति के काम को रुकवा देने का भी मामला जोड़ लिया है विधायक जी ने स्वंय से ।
समझिये मामला क्या था -
संडीला विधायक अलका अर्कवंशी मंगलवार की शाम को नेवादा से माल होते हुए लखनऊ जा रही थी। रास्ते में उनको फोन पर किसी ने सूचना दी कि नेवादा के पास राशन की कालाबाजारी की जा रही है, जिस पर वह मौके पर पहुंची। वहां पर उनको एक ट्रक से दो ट्रैक्टरों पर राशन लादते मिला। उन्होंने उसको अतरौली पुलिस को सौंप दिया , घण्टो ये कार्यक्रम चला , विधायक जी ने फोन पर अफसरों को टाइट किया , पब्लिक में माहौल बनाया और निकल गईं , बाद में सम्बंधित इलाके के कोटेदारो ने बताया कि ट्रक राशन दुकान तक नहीं पहुंचता इसलिए ट्रक से उतारकर ट्रैक्टर से राशन दुकान पर लेकर जा रहे थे। विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने भी बताया कि सरकारी राशन है, जो कार्यदायी संस्था के द्वारा दुकानों को पहुंचाना था। राशन की दुकान तक सड़क खराब थी, जिससे ट्रक आगे नहीं जा पा रहा था, इसलिए कोटेदारों को वहीं पर राशन दिया जा रहा था। राशन की कालाबाजारी का कोई मामला नहीं है।
अब अतिउत्साह और अधूरे ज्ञान के चलते घण्टो आपूर्ति काम बाधित रहा , इलाके की पुलिस अपना सब काम छोड़कर राशन की बोरियां गिनने में लगी रही और लोगों ने चटखारे लिए सो अलग । क्षेत्र और विभाग में पूरे दिन ये मामला लोगों ने अपने अपने स्वाद के अनुसार घटा बढ़ाकर सुना और सुनाया और जय भाजपा , तय भाजपा के नारे लगाए ।