गालीबाज श्रीकांत त्यागी मेरठ से गिरफ्तार UP STF ने 2 अन्य लोगों को भी पकड़ा

गालीबाज श्रीकांत त्यागी मेरठ से गिरफ्तार UP STF ने 2 अन्य लोगों को भी पकड़ा

फरार श्रीकांत त्यागी मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे यूपी STF ने पकड़ा है। श्रीकांत को गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट ले जाया जाएगा। वहां उससे पूछताछ होगी। अभी और ज्यादा जानकारी STF ने नहीं दी है। उस पर गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था। दावा है कि वह भेष बदलकर भाग रहा था। वह दो दिन तक नोएडा के भंगेल में ही छिपा बैठा था। वहां से भागकर श्रीकांत ने मेरठ में अपने रिश्तेदार के यहां शरण ली थी। श्रीकांत के अलावा 2 अन्य भी गिरफ्तार किए गए हैं।


भाजपा सांसद महेश शर्मा ने कहा हमें मुख्यमंत्री पर पूरा विश्वास था। जिस तरह से 24-36 घंटे में एक्शन हुआ है उससे कानून व्यवस्था पर विश्वास बढ़ा है।


इससे पहले उसकी पत्नी को मंगलवार को दोबारा हिरासत में लिया गया था। श्रीकांत का लोकेशन जानने के लिए पत्नी से पूछताछ की गई। पुलिस को उसकी लास्ट लोकेशन हरिद्वार और ऋषिकेश के बीच मिली थी। उसका 8-10 बार फोन ऑन-ऑफ हुआ था। भंगेल से उसकी चौथी गाड़ी मिली है। उसे सीज किया गया है।


अब आइए पढ़ते हैं कि कब और किस तरह श्रीकांत और उसकी पत्नी को गनर मिले?


जिसकी सरकार उसका श्रीकांत। बसपा सपा और फिर भाजपा। श्रीकांत त्यागी ने तीनों सरकारों में तीनों ही पार्टियों का सफर तय किया। 2017 में UP में योगी सरकार बनी और 2018 में श्रीकांत को भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारणी में एक नहीं दो-दो महत्वपूर्ण पद मिले।


श्रीकांत और उसकी पत्नी के पास से एक-दो नहीं सात सरकारी गनर गाजियाबाद पुलिस ने दिए थे। शासन स्तर पर कराई जा रही जांच में अब इस बात की सच्चाई सामने आ रही है। गृह विभाग ने श्रीकांत त्यागी को सुरक्षा देने पर गाजियाबाद पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।


श्रीकांत को एक दिन में तीन गनर मिले कुल 4 गनर लेकर चलता था

श्रीकांत त्यागी पर 6 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार गाजियाबाद पुलिस की जनपदीय सुरक्षा समिति ने 8 अक्टूबर 2018 को पहला गनर श्रीकांत त्यागी को दिया। ठीक इसी दिन 9 जुलाई 2018 के एक शासनादेश का हवाला देते हुए गाजियाबाद पुलिस ने ही दो अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी प्रदान किए। यानी एक दिन में श्रीकांत को तीन-तीन गनर मिल गए।


31 अगस्त 2019 को गाजियाबाद पुलिस ने शासनादेश का हवाला देते हुए एक और सुरक्षाकर्मी श्रीकांत को दिया। अब संख्या कुल चार हो गई।


26 फरवरी 2020 को वापस ली थी सुरक्षा

इसी तरह श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी को गाजियाबाद पुलिस ने 25 जनवरी 2019 के शासनादेश का हवाला देते हुए दो सुरक्षाकर्मी दिए। फिर 13 अप्रैल को एक अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी दिया गया। यानी श्रीकांत के पास चार और पत्नी अनु त्यागी के पास तीन गनर थे।


26 फरवरी 2020 को शासन के आदेश पर श्रीकांत और अनु से सातों गनर वापस ले लिए गए। पति-पत्नी को गनर दिए जाने के वक्त गाजियाबाद में DM रितु माहेश्वरी और SSP वैभव कृष्ण थे। रितु माहेश्वरी फिलहाल नोएडा अथॉरिटी CEO हैं और वैभव कृष्ण पुलिस मुख्यालय लखनऊ में SP सिक्योरिटी हैं।


लखनऊ के फ्लैट कांड में हटे थे गनर और पद

फरवरी-2020 में लखनऊ के गोमतीनगर में श्रीकांत की पत्नी अनु ने पहुंचकर हंगामा किया था। आरोप लगाया था कि श्रीकांत के अवैध संबंध एक दूसरी महिला से हैं। मामला गोमतीनगर थाने तक पहुंचा। दोनों महिलाओं ने एक-दूसरे के खिलाफ FIR भी कराई।


जब यह मामला खूब उछला तो शासन ने गनर वापस ले लिए वहीं BJP से भी दोनों पद छिन गए। तब श्रीकांत BJP किसान मोर्चा का नेशनल कोआर्डिनेटर और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हुआ करता था। पद छिनने के बावजूद पिछले कुछ दिनों तक श्रीकांत पर गनर देखे गए। ये गनर उसको कैसे मिले इसकी शासन जांच कर रहा है।


पुलिस-एलआईयू जांच रिपोर्ट में खेल की आशंका

श्रीकांत त्यागी पर वर्तमान में नोएडा में कुल 9 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें 2 मुकदमे हाल वाले प्रकरण में थाना फेस-2 में दर्ज हुए हैं। जबकि साल-2007 से 2015 तक उस पर छह मुकदमे दर्ज हो चुके थे। छह मुकदमों के बावजूद श्रीकांत त्यागी को साल-2018 में चार-चार गनर दिए गए थे। यानि उसको गनर देने में पुलिस और LIU दोनों की जांच रिपोर्ट में खेल हुआ था। माना जा रहा है कि श्रीकांत त्यागी को गनर देने में शासन जल्द ही बड़ी कार्रवाई कर सकता है।


अब दोनों जिलों की पुलिस ने पल्ला झाड़ा

शासन ने जब गनर देने के मुद्दे पर जांच शुरू कराई तो नोएडा व गाजियाबाद जिले की पुलिस ने अपने-अपने स्तर पर छानबीन की। नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने गाजियाबाद SSP मुनीराज जी. से फोन पर बात की। मुनीराज ने उन्हें बताया कि गाजियाबाद पुलिस से वर्तमान में श्रीकांत को कोई गनर नहीं मिले हुए हैं। इधर नोएडा पुलिस के एडिशनल DCP रणविजय सिंह ने स्पष्ट किया है कि नोएडा पुलिस ने भी श्रीकांत को फिलहाल कोई गनर नहीं दे रखा था।


भंगेल मार्केट की 20 दुकानें अवैध मिलीं

श्रीकांत त्यागी नोएडा के भंगेल का रहने वाला है। यहां मार्केट में उसका धर्मकांटा और 40 दुकानें हैं। प्राधिकरण की टीम ने सोमवार को पैमाइश की है। उसकी भंगेल में साढ़े 7 हजार वर्ग मीटर जमीन मिली है। खसरा नंबर 130 131 133 में उसकी जमीन है। 20 दुकानें अवैध हैं। प्राधिकरण अब अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की योजना बना रहा है।


नोएडा कांड से फिर से चर्चा में आया

नोएडा के सेक्टर-9बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसाइटी में रहने वाले कथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी रहते हैं। आरोप है कि सोसाइटी में अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ है। इस कब्जा को हटाने के लिए शुक्रवार को सोसाइटी की महिला ने वहां पर पौधे लगाने शुरू कर दिए।


जब इसकी जानकारी कथित भाजपा नेता को हुई तो अपनी सत्ता की धमक में महिला के साथ बदतमीजी करने लगा। इतना ही नहीं श्रीकांत त्यागी ने खुलेआम महिला और उसके पति को गालियां दी है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। रविवार की रात श्रीकांत के बाउंसर्स ने सोसाइटी में जमकर उत्पात मचाया। इसके बाद सोमवार को श्रीकांत के अवैध निर्माण को बुलडोजर से ढहा दिया गया। इस मामले में श्रीकांत त्यागी पर दो मुकदमे दर्ज हुए हैं। गैंगस्टर एक्ट लगाने की भी तैयारी चल रही है।

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