बर्मिंघम। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में स्वर्णिम इतिहास रचा है। उन्होंने महिला एकल में कनाडा की मिशेल ली को पटकनी दे दी है। आपको बता दें कि दुनिया की 7वें नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधु ने 13वें नंबर की खिलाड़ी मिशेल ली को 21-15 21-13 से हराकर 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में उनके खिलाफ मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। इसी के साथ ही पीवी सिंधु के माता-पिता काफी ज्यादा उत्साहित दिखाई दिए।
पिता पीवी रमना ने बेटी के गोल्ड मेडल जीतने को एक महान पल बताया। जबकि मां पी विजया ने कहा कि बेटी ने इसके लिए बहुत मेहनत की है। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में पीवी रमना ने बेटी के स्वर्ण पदक जीतने पर कहा कि यह एक महान क्षण है। वह इसका बेसब्री से इंतजार कर रही थी और उसे यह मेडल चाहिए था। हमें खुशी है कि वह जीत गई है और उम्मीद है कि वह अगली श्रृंखला के लिए इस लय को जारी रखेगी।
पीवी सिंधु की मां पी विजया ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि सिंधु ने स्वर्ण पदक जीता। हमें अपने देश के लिए एक और पदक मिला है। उसने बहुत मेहनत की है।
स्टार खिलाड़ी का सपना हुआ साकार
पीवी सिंधु ने 2014 में कांस्य पदक जीता था जबकि मिशेल ली स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही थीं। लेकिन इस बार पीवी सिंधु ने अपना हिसाब चुकता करते हुए स्वर्ण पदक जीता। जिसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की है। इसी के साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स के महिला एकल में पीवी सिंधु पहली बार स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रहीं और उनका स्वर्ण जीतने का सपना भी साकार हो गया।