साल 2019 में चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया। यह पहला देश है जहा कोरोना के मामले सामने आए थे। कुछ दिनों बाद इस वायरस ने पूरी दुनिया में महामारी फैला दी। हालांकि अब प्रकोप कुछ कम है लेकिन चीन में कोरोना के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बता दें कि चीन के एक शहर में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ गए हैं और इसी को देखते हुए सरकार ने पूरे शहर में लॉकडाउन लागू कर दिया है।
चीन के जिस शहर में लॉकडाउन लगाया गया है वो रिसॉर्ट शहर है। बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए सरकार ने अचानक इस शहर में लॉकडाउन की घोषणा कर दी और इससे वहां रह रहे 80 हजार से ज्याजा टूरिस्ट फंस गए है। चीन के सान्या शहर में रविवार को 483 कोरोना के मामले आए थे जिसको देखते हुए पूरे शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया। अधिरकारियों के मुताबिक अगर टूरिस्ट की 7 दिनों में 5 पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो वो अपने देश वापस जा सकते हैं। जब तक कोविड प्रतिबंधों में छूट नहीं दी जाती तब तक शहर के सभी होटल टूरिस्ट को 50 प्रतिशत की छूटी देने का सरकार ने फैसला किया है।
लॉकडाउन के अलावा चीन ने विदेश से आने वाली सभी फ्लाइटें रद्द कर दी है। ट्रेन के टिकट भी मिलने बंद हो गए हैं। सबकुछ बंद होने से स्थानीय निवासी समेत टूरिस्ट की परेशानी बढ़ गई है। सोशल मीडिया के जरिए लोग चीन की सरकार ने लोगों से कोरोना से छुटकारा पाने और हालात समझने की अपील की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन के शहर सान्या के डिप्टी मेयर ने बताया कि 80 हजार टूरिस्टों को तभी छूट मिल सकती है जब तक की 48 घंटे के अंदर उनकी पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ जाती। इससे वह दुसरे लोगों से सुरक्षित रहेंगे।
कोरोना के कारण चीन के कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है और इससे देश की आर्थिक स्थिति पर भी गहरा असर पड़ रहा है। चीन का टूरिज्म सेक्टर भी काफी नीचे चल गया है। चीन में कोरोना का बीए 5.1.3 वैरिएंट आया हुआ है जो पहली बार मिला है। इसका संक्रमण दर कम समय में ज्यादा बढ़ गया है। अधिकारियों ने पूरे शहर में गाइडलाइंस फॉलो करने की अपील की है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई है।