पीलीभीत में रक्षाबंधन से चार दिन पहले एक भाई ने अपनी बहन को पहले पीटा फिर कोई पुलिस का हंगामा न हो इसके लिए उसे फांसी के फंदे से लटका दिया। जब मां ने बेटी का शव फंदे से लटकता देखा तो उसने पुलिस को सूचना दी।
मां ने ही पुलिस को बताया कि बेटे ने ही मेरी बेटी की हत्या की है। फिलहाल आरोपी भाई अभी फरार है। घटना दियोरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले देवरिया पकड़िया गांव की है।
मामूली बात पर मार डाला
मां विमला देवी ने बताया कि मेरी बेटी शिखा (28 साल) कल देर शाम को छत पर टहल रही थी। उसका बड़ा भाई अनिल गांव में ही घूम रहा था। उसकी बहन को देख कर गांव के ही किसी युवक ने उससे बोल दिया तुम्हारी बहन जवान हो गई है। अब इसकी शादी कर दो। अनिल वहां युवक से लड़ाई झगड़ा कर घर चला आया। वह काफी गुस्से में था। उसे खूब मारा पीटा। लाठी डंडो से मारा। मार मार कर बेटी को अधमरा कर दिया।
हंगामा न हो इसलिए फांसी के फंदे पर लटका दिया
मैं चीखती चिल्लाती रही कि उसे छोड़ दो लेकिन कोई सुन नहीं रहा था। जब उसे मारना बंद किया तो बेटी बोली कि सुबह वह पुलिस में शिकायत करेगी तो उससे वह घबरा गया। उसी बीच मैं ऊपर बाथरूम चली गई। मुझे अंदाजा नहीं था कि वह मेरी बेटी को मार डालेगा। सुबह कोई हंगामा न हो तो इसलिए उसने शिखा को फांसी के फंदे से लटका दिया। जब मैं लौटी तो देखा मेरी बेटी फांसी के फंदे से लटक रही थी। उसकी जान निकल गई थी।
दो भाइयों के बीच इकलौती बहन थी शिखा
मां विमला बताती है कि मेरे पति की मौत हो चुकी है। दो बेटे हैं जिसमें अनिल सबसे बड़ा है। शिखा सबसे छोटी बेटी है। उसे मैं बहुत प्यार करती थी। अनिल की शादी हाे चुकी है। घर में उसकी पत्नी और बच्चे भी रहते हैं। अब बहन की हत्या कर वह फरार हो गया है। मैंने बेटे के खिलाफ सुबह तहरीर दे दी है। पुलिस उसे खोज रही है। मामला दर्ज कर लिया गया है।