बर्मिंघम। शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू लक्ष्य सेन और किदाम्बी श्रीकांत ने गुरूवार को यहां आसान जीत दर्ज कर राष्ट्रमंडल खेलों की एकल स्पर्धाओं के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने राउंड 32 के मुकाबले में मालदीव की फातिमा नबाहा अब्दुल रज्जाक को महज 21 मिनट में 21-4 21-11 से हरा दिया। वहीं पुरूष एकल स्पर्धा में श्रीकांत ने युगांडा के डेनियल वानागालिया को 21-9 21-9 से शिकस्त दी।
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता 20 साल के लक्ष्य ने अपने से दोगुनी से भी अधिक उम्र के सेंट हेलेना के वर्नन स्मीड को सीधे गेम में 21-4 21-5से हराया। स्मीड 45 साल के हैं और उनके पास दुनिया के 10वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य की गति और तेजतर्रार शॉट का कोई जवाब नहीं था। महिला एकल में आकर्षी कश्यप भी प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में सफल रही। आकर्षी ने राउंड आफ 32 के मुकाबले में पाकिस्तान की माहूर शहजाद के बीच में हटने पर अगले दौर में प्रवेश किया।
माहूर ने जब मुकाबले से हटने का फैसला किया तब आकर्षी पहला गेम 22-20 से जीतने के बाद दूसरे गेम में 8-1 से आगे चल रहीं थी। पहले कोर्ट में उतरी पिछले चरण की रजत पदक विजेता सिंधू को मुकाबले में जरा भी पसीना नहीं बहाना पड़ा जबकि फातिमा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। पहले गेम में सिंधू ने आक्रामकता बरते बिना ही मालदीव की प्रतिद्वंद्वी को पस्त कर दिया जिसमें उन्होंने अंक जुटाने के लिये ड्राप शॉट्स का इस्तेमाल किया।
दूसरे गेम में फातिमा ने शुरू में थोड़ी चुनौती पेश की और वह सिंधू के साथ 9-9 की बराबरी पर थी क्योंकि भारतीय खिलाड़ी ने सहज गलतियों से अंक दे दिये थे। लेकिन फिर सिंधू ने ब्रेक तक 11-9 की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद उन्होंने आराम से अंक जुटाकर अंतिम 16 में जगह बनायी जबकि प्रतिद्वंद्वी केवल दो अंक ही बना सकी। मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में अपने से निचली रैंकिंग के मलेशियाई खिलाड़ी जे योंग एन से हारने से श्रीकांत काफी निराश थे। लेकिन दुनिया के 13वें नंबर के खिलाड़ी ने अपने क्रास कोर्ट कोण लेते ड्रॉप शॉट्स की बदौलत अंक जुटाये। युगांडा के खिलाड़ी को अपने ज्यादातर अंक श्रीकांत की सहज गलतियों से मिले।