बदायूं के कुंवरगांव में तस्करों ने पाकड़ के एक पेड़ को काट डाला। पेड़ कटने से उस पर घोंसला बनाकर रहने वाले कई सारे बगुलों की भी मौत हो गई। मामले की जानकारी पर वन रक्षक ने पुलिस को तहरीर दी लेकिन पुलिस पूरा मामला दबा गई। बगुलों की मौत की पशु प्रेमी एक्टिव हुए और उन्होंने सुल्तानपुर सांसद मेनका गांधी को इसकी सूचना दी। सांसद के हस्तक्षेप पर पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ वृक्षों का संरक्षण अधिनियम के तहत FIR दर्ज की है।
वन रक्षक अशोक कुमार की ओर से दी गई तहरीर के मुताबिक कुंवरगांव में एक धार्मिक स्थल के पास खड़े पाकड़ के पेड़ को काटे जाने की सूचना पर वह हमराह के साथ मौके पर पहुंचे। यहां देखा कि पेड़ काटने के साथ ही उसकी छंटाई भी की जा चुकी है। वहां बगुले के मरे हुए 16 बच्चे भी मिले इन्हें टीम ने कब्जे में ले लिया।
सांसद मेनका तक पहुंचा मामला
जानकारी की गई तो पता लगा कि नरेश होरीलाल व रामचंद्र नाम के लोगों ने इस कृत्य को अंजाम दिया था। पुलिस ने इनके खिलाफ रिपोर्ट नहीं लिखी थी। पशुप्रेमी विकेंद्र शर्मा ने इस मामले की शिकायत सांसद मेनका गांधी से की तो उन्होंने यहां के अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया। इधर पुलिस का कहना था कि इतना बड़ा गुनाह नहीं है जो FIR लिखी जाए। हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।