रूस ने बुधवार को अजरबैजान पर विवादित नागोर्नो-कराबाख क्षेत्र में संघर्ष विराम तोड़ने का आरोप लगाया है। बता दें कि इस संघर्ष में तीन सैनिकों की मौत हो गई है। रूस ने 2020 में इस क्षेत्र में लड़ाई के छह सप्ताह में 6500 से अधिक लोगों की जान गंवाने के बाद युद्धविराम समझौते में मदद की थी। रूस ने अज़रबैजानी और अर्मेनियाई प्रतिनिधियों के साथ स्थिति को स्थिर करने के लिए उपाय करने की कसम खाई थी।
अज़रबैजान ने संघर्ष के लिए आर्मेनिया को दोषी ठहराया है। अज़रबैजान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार कराबाख सैनिकों ने लाचिन जिले में एक हमले में अपने एक सैनिक को मार डाला। बाद में अज़रबैजानी सेना ने दावा किया कि जवाबी कार्रवाई में उसने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है।हालांकि गैर-मान्यता प्राप्त नागोर्नो-कराबाख गणराज्य की सेना ने अजरबैजान पर युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया जिसमें उसके दो सैनिकों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए है।
आर्मेनिया और अजरबैजान ने नागोर्नो-कराबाख के क्षेत्र में 2020 और 1990 के दशक में दो युद्ध लड़े। युद्धविराम की निगरानी के लिए रूस ने करीब 2000 शांति सैनिकों को तैनात किया हुआ है। इस महीने की शुरुआत में आर्मेनिया विवादित क्षेत्र से सभी सैनिकों को वापस लेने पर सहमत हुआ था।