मुहर्रम के जुलूस को लेकर शहर और देहात में सुरक्षा कड़ी रहेगी। इस सबंध में आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने रेंज के सथी पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा संबंधी कड़े निर्देश दिए हैं। मेरठ में शहर के अलावा अब्दुल्लापुर के जुलूस को लेकर पीएसी के साथ आरएएफ भी तैनात रहेगी। पिछले दो साल में कोरोना के चलते कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी गई थी।
कड़ा रहेगा पहरा
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया की आगामी त्योहार को लेकर सुरक्षा सबंधी कड़े निर्देश दिए हैं। मुहर्रम के जुलस को लेकर सुरक्षा प्लान बना लिया गया है। जो परंपरागत कार्यक्रम हैं उनके अलावा किसी नए कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुहर्रम की दस तारीख को अब्दुल्लापुर में पुलिस बल की मौजदूगी में जुलूस निकाला जाएगा।
लहुलूहान करते हैं सोगवार
मुहर्रम की दस तारीख को अब्दुल्लापुर में पुलिस बल की मौजदूगी में जुलूस निकाला जाता है। जिसमें सोगवार जंजीरी मातम कर खुद को लहुलूहान करते हैं। सुबह के वक्त आमाले आशूर कराए जाते हैं और दोपहर में एक बड़ा कदीमी ताजिया इमामबारगाह से बरामद किया जाता है। इस दौरान हिंदुस्तान जिंदाबाद लब्बैक या हुसैन और हुसैनियत जिंदाबाद के नारे लगाते हुए सोगवार जंजीरों से मातम कर आगे बढ़ते हैं।