भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। यूएन में भारत के नए स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्यभार संभालने वाली रुचिरा कंबोज ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को अपना परिचय पत्र प्रस्तुत किया।उन्होंने एक ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा यह सम्मान पाने वाली पहली भारतीय महिला होना सौभाग्य की बात है।मैं सभी लड़कियों से कहना चाहूंगी हम यह कर सकते हैं।
कौन है रुचिरा कंबोज
1987 बैच के भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी 58 वर्षीय रुचिरा कम्बोज पहले भूटान में भारत की राजदूत थी और जून में उन्हें न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था।कंबोज ने इससे पहले 2002-2005 तक न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में काउंसलर के रूप में भी काम किया था।कम्बोज 1987 सिविल सेवा बैच की अखिल भारतीय महिला टॉपर थीं।उन्होंने पेरिस से अपनी राजनयिक यात्रा शुरू की जहां उन्हें 1989-1991 तक फ्रांस में भारतीय दूतावास में तीसरे सचिव के रूप में तैनात किया गया था।पेरिस से वह दिल्ली लौट आईं जहाँ उन्होंने 1991-96 तक विदेश मंत्रालय के यूरोप पश्चिम प्रभाग में अवर सचिव के रूप में काम किया। 1996-1999 तक उन्होंने मॉरीशस में प्रथम सचिव (आर्थिक और वाणिज्यिक) और पोर्ट लुइस में भारतीय उच्चायोग में चांसरी के प्रमुख के रूप में कार्य किया।काम्बोज ने जुलाई 2017 से मार्च 2019 तक लेसोथो साम्राज्य में समवर्ती मान्यता के साथ दक्षिण अफ्रीका में भारत के उच्चायुक्त के रूप में कार्य किया। कंबोज संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ब्रिटेन के स्थायी प्रतिनिधि (पीआर) राजदूत बारबरा वुडवर्ड, नॉर्वे के राजदूत और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि मोना जुल यूएई की राजदूत लाना जकी सहित परिषद में महिला राजदूतों के समूह में शामिल हुईं है।
इस बीच कम्बोज ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए सोमवार को ट्वीट करके लिखा कि सुरक्षा परिषद में मेरे सभी राजदूत मित्रों से मिलकर आज बहुत अच्छा लगा। इस नए पद पर अपने देश की सेवा करना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। तिरुमूर्ति ने उनके ट्वीट का जवाब दिया और कहा बधाई और आपकी सफलता के लिए शुभकामनाएं रुचिरा वहीं संयुक्त राष्ट्र की पूर्व सहायक महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला में उप कार्यकारी निदेशक लक्ष्मी पुरी संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय राजनयिकों में काम्बोज की नियुक्ति को ऐतिहासिक और संयुक्त राष्ट्र में महिला नेतृत्व के लिए एक नया मील का पत्थर बताया।