लखनऊ में 27 जुलाई को JE शैलेंद्र कुमार ने अपनी पत्नी गीता और बेटी प्राची के साथ सुसाइड कर लिया था। मंगलवार शाम को शैलेंद्र का बेटा प्रशांत थाने बयान दर्ज कराने पहुंचा था। उन्होंने खुलासा किया हमारे बंद घर में कोई ताला तोड़कर अंदर घुसा था। उद्देश्य चोरी था या साक्ष्य से छेड़छाड़ अभी कहा नहीं जा सकता है।
सुसाइड के वक्त प्रशांत बेंगलुरु में थे। इस दौरान घर बंद था। ACP अलीगंज विजय राज सिंह के साथ एक घंटा बातचीत करने के बाद प्रशांत वापस घर लौट गया था।
चिटकनी टूटी थीं सामान बिखरा था
बेंगलुरु से लखनऊ आने के बाद प्रशांत घर में ताला लगाकर अपने गांव इटौंजा में था। प्रशांत के मुताबिक मंगलवार को घर के गेट की चिटकनी टूटी हुई थी। अंदर जाकर देखा तो सारा सामान और फाइल बिखरी पड़ी थीं। वहां से गायब क्या हुआ है? ये प्रशांत नहीं बता सका है। पुलिस मान रही है कि हो सकता है घटना से जुड़े किसी डॉक्यूमेंट को गायब करने के लिए कोई घर में घुसा हो। पुलिस ने JE शैलेंद्र के घर में चोरी की एफआईआर दर्ज की है।
मरने से पहले शैलेंद्र ने कहा-बेटा अपना ख्याल रखना
ACP अलीगंज विजय राज सिंह ने बताया सुसाइड से पहले सुबह प्रशांत के पास गीता का फोन आया था। उन्होंने पूछा था कि क्या तुमने नाश्ता कर लिया। प्रशांत के हामी भरने के बाद उसकी पापा शैलेंद्र से बात करवाई गई। शैलेंद्र ने कहा था कि बेटा अपना ख्याल रखना। क्रिकेट प्रैक्टिस मन लगाकर करना। कभी परेशान मत होना।
शैलेंद्र और गीता के बैंक अकाउंट के सवाल पर प्रशांत अटका
पूछताछ में बैंक अकाउंट के सवाल पर प्रशांत अटक गया। मां और पिता के बैंक खाते किस-किस बैंक में है। ये वो नहीं बता सका। वो सिर्फ अपना और बहन के बैंक खातों की जानकारी दे सका। अब पुलिस ने प्रशांत से घर में रखे डॉक्यूमेंट देखकर बख्शी की तालाब वाली जमीन के पेपर और बैंक संबंधित कागज सौंपने के लिए कहा है।
शैलेंद्र का एक और लेटर मिला जिसमें चचेरे भाई को धोखेबाज बताया
पुलिस सूत्रों के मुताबिक घर से एक और कागज मिला है। इसमें जेई ने अपने एक चचेरे भाई को किसी अनहोनी पर जिम्मेदार मानने की बात लिखी है। उसमें लिखा है कि उसने उसके साथ बड़ा धोखा किया है। अगर उसे कुछ होता है तो वो (चचेरा भाई) ही जिम्मेदार होगा।
जेई के भाई सत्येंद्र सुसाइड लेटर की राइटिंग पर सवाल उठा चुके हैं। अब लेटर की फोरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार पुलिस कर रही है।
भाई सत्येंद्र बोला- लोग हमारे परिवार को बदनाम कर रहे हैं
जानकीपुरम थाने पहुंचे जेई शैलेंद्र के भाई सत्येंद्र का कहना है हम लोग पहले से ही बहुत परेशान हैं। ऊपर से लोग तरह-तरह के फर्जी आरोप लगाकर मेरे भाई को बदनाम कर रहे हैं। पुलिस की जांच से सब साफ हो जाएगा। मेरे भाई को बेकार में बदनाम किया जा रहा है। सत्येंद्र सोमवार को JE के परिवार का कर्मकांड होने के चलते थाने नहीं पहुंच पाए थे।
संतोष शुक्ला अभी भी फरार नौकरी के नाम पर पैसा देने वाले पहुंचे थाने
ADCP नॉर्थ अनिल यादव ने बताया संतोष से जुड़े कुछ लोग थाने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि JE शैलेंद्र कुमार को संतोष के कहने पर नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए दिए थे। सुसाइड नोट में जिन अन्य शैलेंद्र श्रीवास्तव मोबिन और नरेंद्र प्रताप सिंह का नाम है उनके खिलाफ अभी सबूत नहीं मिले हैं। इन लोगों ने शैलेंद्र को जमीन के नाम पर रुपए दिए थे। पुलिस ने तीनों को 4 दिन की पूछताछ के बाद हिदायत देकर छोड़ दिया है। चौथे आरोपी संतोष की तलाश की जा रही है।
JE ने 27 जुलाई को पत्नी और बेटी के साथ की थी सुसाइड
जेई शैलेंद्र ने 27 जुलाई को पत्नी गीता बेटी प्राची के साथ जहर खाकर जान दे दी थी। उसके घर से सुसाइड नोट मिला था जिसमें उन्होंने मोबीन शैलेंद्र श्रीवास्तव नरेन्द्र सिंह और संतोष शुक्ला को अपने परिवार की मौत का जिम्मेदार बताया था। इनमें मोबीन शैलेंद्र व नरेन्द्र को पुलिस ने हिरासत में लिया था लेकिन इनके खिलाफ कोई साक्ष्य न मिलने पर इन्हें छोड़ दिया था। इस मामले में ही जेई का बेटा प्रशांत मंगलवार को पुलिस को बयान देने के लिये आया था।