उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा वर्ष 2021 के पुरस्कारों की घोषणा की गई है जिसमें हरदोई के मूल निवासी डॉक्टर ओपी मिश्र को अवंतीबाई साहित्य सम्मान दिया गया है। इसके अंतर्गत 5 लाख रुपये व प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
डॉक्टर मिश्र का विकास खण्ड बावन के ग्राम बेहटा सथई में 25 जुलाई 1939 को एक साधारण ब्राह्मण परिवार में जन्म हुआ। प्राथमिक शिक्षा गाँव के स्कूल एवं हाई स्कूल तथा इन्टर की शिक्षा हरदोई नगर में प्राप्त की। बी.ए. वर्ष 1958 और एम.ए. अर्थशास्त्र वर्ष 1960 में बी.एस.एस.डी. कॉलेज, कानपुर से किया। बी.ए. में आगरा विश्वविद्यालय की मेरिट सूची में 11 वाँ स्थान तथा एम.ए. में चौथा स्थान मिला। कक्षा 9 से लेकर एम.ए. तक मेरिट स्कॉलरशिप मिलती रही। 1976 में पीएच.डी. तथा 1994 में डी.लिट उपाधि प्राप्त की। दोनों शोध प्रबन्ध क्रमशः चुग पब्लिकेशन इलाहाबाद तथा एम. डी. पब्लिकेशन दिल्ली से प्रकाशित हैं।
श्री मिश्र बीएचयू , एसडी कॉलेज मुजफ्फरनगर एवं सीएसएन कॉलेज हरदोई में अर्थशास्त्र के रीडर पद पर रहे। वर्ष 1980 में सी.जी.एन. (पी.जी.) कॉलेज गोला गोकरर्णनाथ जिला लखीमपुर खीरी में प्राचार्य रहे और वर्ष 2000 में सेवा निवृत्त हुए। कानपुर विश्वविद्यालय में कला संकाय के डीन, आर.डी.सी. (अर्थशास्त्र) के संयोजक, सीनेटर, कार्यपरिषद् के सदस्य रहे। विदेश जाने के दो अवसर मिले किन्तु देश सेवा भाव के कारण नहीं गए। लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी पाठयक्रम के अवांछनीय परिवर्तन पर रोक लगवाई। अभी तक 6 किताबें अर्थशास्त्र एवं 16 किताबें साहित्यिक की प्रकाशित हुईं हैं।
डॉक्टर ओपी मिश्र के पुत्र सुधांशु मिश्र वरिष्ठ पत्रकार हैं और हरदोई शहर की लखनऊ रोड पर रहते हैं ।