अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी को अमेरिका ने ढेर कर दिया है। अफगानिस्तान के काबुल में ड्रोन हमले के जरिये अल जावहिरी को मार गिराया गया। लादेन की मौत के बाद अल जवाहिरी अल कायदा का मुखिया बना था। अल जवाहिरी 9/11 समेत कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी की तरफ से इस बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। अमेरिका की तरफ से काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन के तहत किया गया। अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि जवाहिरी के बाद अल-कायदा का अगला प्रमुख कौन होगा। ओसामा-बिन-लादेन की मौत के बाद अल-जवाहिरी अलकायदा की गद्दी पर बैठा था। अब उसकी भी मौत के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि इस आतंक की फैक्टरी अलकायदा का अगला चीफ कौन होगा।
वरिष्ठता के अनुसार अगली पंक्ति में सैफ अल-अदेल अब्दाल-रहमान अल-मघरेबी और इस्लामिक मगरेब (AQIM) में अल-कायदा के यज़ीद मेब्राक और अल-शबाब के अहमद दिरिया हैं। लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट उत्तराधिकार के नाम को लेकर पुष्टि नहीं हो पाई है। हालांकि डेली मेल की खबर के अनुसार आतंकी सैफ अल आदिल अल कायदा का अगला चीफ बन सकता है। आतंकी सैफ अल आदिल मिस्र की आर्मी में अफसर रह चुका है। साथ ही वह अल कायदा के संस्थापक सदस्यों में से भी एक है। अल कायदा से पहले सैफ अल आदिल 1980 के दशक के आतंकी संगठन मकतब-अल-खिदमत का भी हिस्सा रह चुका है। अल-अदेल इतना खूंखार है कि एफबीआई ने उसे मोस्ट वांटेट की सूची में शामिल किया है और उसके सिर पर 10 मिलियन का इनाम भी है।
अल-कायदा नेतृत्व कथित तौर पर तालिबान के साथ एक सलाहकार की भूमिका निभाता हैं। तालिबान शासन के तहत अल-कायदा को अफगानिस्तान में अधिक स्वतंत्रता प्राप्त है लेकिन वह वास्तविक अधिकारियों को सलाह देने और समर्थन करने तक ही सीमित है। भारतीय उपमहाद्वीप (AQIS) में अल-कायदा के 180 से 400 लड़ाके होने की सूचना है मुख्य रूप से बांग्लादेश भारत म्यांमार और पाकिस्तान से। तालिबान लड़ाकू इकाइयों के बीच व्यक्तिगत स्तर पर एक्यूआईएस सेनानियों का प्रतिनिधित्व किया जाता है।