इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक नोडल एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN) ने माइक्रोसॉफ्ट एज वेब ब्राउजर के यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है. एजेंसी ने दावा किया है कि ब्राउजर कई खामियां पाई गई हैं. एजेंसी का कहना है कि यह खामियां हैकर्स को सिक्योरिटी रीस्ट्रिक्शन्स को दरकिनार करने और टारगेटेड सिस्टम पर मनमाने कोड को execute करने की अनुमति दे सकती हैं.
सरकारी एजेंसी ने माइक्रोसॉफ्ट एज यूजर्स को सलाह दी है कि वह इस चेतावनी को नजरअंदाज न करें और किसी भी तरह की हैकिंग से बचने के लिए ब्राउजर को अपडेट करें. ये खामियां क्रोमियम ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर (OSS) में पाई गई हैं. इससे पहले सोमवार को लोकप्रिय इंटरनेट ब्राउजर को (सीईआरटी-इन) द्वारा विभिन्न कमजोरियों के बारे सूचित किया गया था.
विशेष रूप से तैयार रिक्वेस्ट भेजते हैं हैकर्स
हैकर इन खामियों का फायदा उठाने के लिए उन टेरगेटेड सिस्टम पर विशेष रूप से तैयार रिक्वेस्ट को भेजता है जो सिक्योरिटी रीस्ट्रिक्शन्स को दरकिनार करते हैं. हैकर्स ऐसे सिस्टम पर मनमाने कोड निष्पादित कर सकते हैं. एडवाइजरी के अनुसार इससे पहले भी इसने Microsoft एज ब्राउजर वर्जन को भी प्रभावित किया है.
हैकिंग से बचने के लिए क्या करें
नोडल एजेंसी ने माइक्रोसॉफ्ट एज के यूजर्स को किसी भी प्रकार की हैकिंग से बचने के लिए वेब ब्राउजर अपडेट करने की सलाह दी है. वहीं माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपने एज ब्राउजर के लिए एक अपडेट रोलआउट किया है जिससे इन खामियों को ठीक किया जा रहा है.
माइक्रोसॉफ्ट एज का अपडेट कैसे डाउनलोड करें
माइक्रोसॉफ्ट एज का अपडेट डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले अपने ब्राउजर के ऊपर की ओर दाएं कोने में तीन बिंदुओं के विकल्प पर क्लिक करें. फिर हेल्प एंड फीडबैक ऑप्शन पर क्लिक करें इसके बाद अबाउट माइक्रोसॉफ्ट एज पर जाएं और अब अपना ब्राउजर अपडेट करें.