ऋतिक रोशन एक अच्छे एक्टर और डांसर होने के अलावा एक रियल लाइफ हीरो भी हैं. 17 साल पहले 26 जुलाई 2005 को मुंबई में सबसे भयानक बाढ़ आई थी. विनाशकारी घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया था हालांकि क्या आप जानते हैं कि प्राकृतिक आपदा के दौरान ऋतिक रोशन हीरो बनकर उभरे और एक लड़की को डूबने से बचाया
दरअसल हुआ यह था कि ऋतिक ने जब अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) के बंगले के बाहर लड़की को फिसलकर पानी में डुबते हुए देखा तो वह तुरंत उसे बचाने के लिए कूद पड़े. उन्होंने न केवल उसे पानी से बाहर निकालकर उसकी जान बचाई बल्कि उसे खुद उसके हॉस्टल तक छोड़कर भी आए.
इस साल 26 जुलाई के दिन मुंबई में आई सबसे बड़ी बाढ़ (floods) के 17 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन आज भी मुंबई के लोगों के मन में उस दिन का भयानक अनुभव ताजा है.
ट्विटर के एक यूजर ने एक ऐसे ही अनुभव को शेयर किया है जिनका नाम निशांत कौशिक है. उन्होंने उस दिन की एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह से ऑनस्क्रीन सुपर हीरो ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने अभिषेक बच्चन के बंगले प्रतीक्षा के बाहर आकर एक लड़की की जान बचाई थी
हीरो को परफॉर्मेंस के लिए नहीं होती कैमरे की जरूरत
निशांत लिखते हैं डीन ने हम में से कुछ लोगों को कहा था कि हम लड़कियों को NMIMS (नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज) से जुहू में स्थित उनके हॉस्टल में वापस छोड़कर आएं. इस दौरान हॉस्टल से दस फीट की दूरी पर एक लड़की का हाथ अपने दोस्तों के हाथों से फिसलकर छूट गया और वह पानी के नीचे चली गई. ऋतिक ने प्रतीक्षा बंगले से बाहर आकर उसे बचाया. यह एक सीख है कि हीरो को अपनी परफॉर्मेंस के लिए हमेशा कैमरे की जरूरत नहीं होती है
यह किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था लेकिन ऐसा हकीकत में हुआ था. इस खबर ने उस वक्त खूब सुर्खियां बटोरी थीं. निशांत के यह पोस्ट शेयर किए जाने के बाद अभिनेता के फैंस इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए कमेंट करने लगे कुछ ने दोबारा यह भी पूछा कि क्या ऐसा वाकई में हुआ था.
एक ट्विटर यूजर ने यह भी बताया
इसके बाद एक और ट्विटर यूजर ने इस खबर की पुष्टि की और यहां तक बताया कि किस तरह से इलाके की बाकी लड़कियां वहां किसी और मैनहोल में गिर जाने की उम्मीद लगाकर बैठी थीं सिर्फ इसलिए ताकि ऋतिक उन्हें बचा सकें ऋतिक ने जब अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) के बंगले के बाहर लड़की को फिसलकर पानी में डुबते हुए देखा तो वह तुरंत उसे बचाने के लिए कूद पड़े उन्होंने न केवल उसे पानी से बाहर निकालकर उसकी जान बचाई बल्कि उसे खुद उसके हॉस्टल तक छोड़कर भी आए.