नयी दिल्ली| भारत के शीर्ष रैंकिंग वाले शतरंज खिलाड़ी पी हरिकृष्णा ने मंगलवार को कहा कि भारतीय टीम में दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद की गैरमौजूदगी बड़ा अंतर पैदा करेगी लेकिन युवा खिलाड़ी इस साल शतरंज ओलंपियाड में छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।
पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने इस बार टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है लेकिन वह 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चलने वाली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के दौरान भारतीय टीम का मार्गदर्शन करते हुए नजर आएंगे।
हरिकृष्णा ने आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा इस बार भारत की टीम काफी अच्छी है। बेशक आनंद के इस बार नहीं होने से बड़ा अंतर पैदा होगा।
इस टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और हम काफी अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हरिकृष्णा ने पिछले महीने प्राग शतरंज मास्टर्स का खिताब जीता। उन्होंने कहा कि इस जीत से उन्हें शतरंज ओलंपियाड से पहले आत्मविश्वास मिलेगा।
हरिकृष्णा ने कहा प्राग मास्टर्स में जीत इससे सही समय पर नहीं मिल सकती थी। मुझे इसी फॉर्म को जारी रखने और इस बार भारत के लिए प्रदर्शन को दोहराने तथा टीम की सफलता में योगदान देने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा वर्ष 2000 से मैं 10वीं बार शतरंज ओलंपियाड में हिस्सा लेने जा रहा हूं। अब तक सफर यादगार रहा है और इतने लंबे समय तक देश का प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात है। एक सीनियर खिलाड़ी के रूप में मेरे ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है और हमेशा की तरह मैं अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को तैयार हूं। भारत पहली बार इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है जिसमें 187 देश की 343 टीम हिस्सा लेंगी।
हरिकृष्णा ने कहा कि भारतीय टीम से उम्मीदें हैं लेकिन खिलाड़ी दबाव में नहीं हैं। उन्होंने कहा बिलकुल भी दबाव नहीं है। हमें भरोसा है कि हम पिछले ओलंपियाड के प्रदर्शन में सुधार करेंगे।
प्रतियोगिता में दूसरा वरीय भारत छह टीम (तीन ओपन और तीन महिला वर्ग में) में रिकॉर्ड 30 खिलाड़ी प्रतियोगिता में उतार रहा है। पहली बार ओपन टीम में शामिल सभी खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर हैं।
हरिकृष्णा ने हालांकि कहा कि क्षमतावान खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद भारत पदक के बारे में अधिक नहीं सोच रहा।