गाजीपुर में रोडवेज के स्थानीय डिपो को निगम की ओर से 75 नई इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन (ईटीएम) उपलब्ध कराई गई है। ये पहले वाली मशीनों से एडवांस हैं। नई ईटीएम में वाराणसी एवं गोरखपुर मार्ग का किराया फीड कर लिया गया है। जबकि अन्य मार्गों पर चलने वाली बसों का किराया फीड करने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही इनको फीड करने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
कायाकल्प योजना के तहत कुछ सप्ताह पहले डिपो की बसों की सूरत बदलने का कार्य किया गया था। इस दौरान बसों के शीशा और सीटों को दुरुस्त तो किया ही गया। इसके बाद पेंटिंग कर उनका कायाकल्प भी किया गया। इसके चलते बसों की रंगत बढ़ गई।
75 में से 68 बसों का हो रहा संचालन
राज्य सड़क परिवहन निगम के स्थानीय डिपो के बेड़े में वर्तमान में 75 बसें हैं। इनमें से 68 का संचालन किया जा रहा है। यहां से विभिन्न महानगरों दिल्ली मथुरा कानपुर लखनऊ प्रयागराज गोरखपुर एवं वाराणसी के लिए बसें चलाई जा रही है। इसके साथ ही आसपास के अन्य जिलों मऊ आजमगढ़ एवं बलिया के साथ जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में बसें संचालित हैं।
बसों की जरूरत महसूस की जा रही थी
डिपो की कई बसों के निर्धारित मानक को पूरा कर लेने के कारण काफी समय से नई बसों की जरूरत महसूस की जा रही थी। कुछ महीने पहले दस बसों की मांग की गई थी। उम्मीद है बहुत जल्द कुछ नई बसे गाज़ीपुर डिपो को मिल जाएंगी। जिनसे आजमगढ़ और फिर एक्सप्रेस-वे से सुहाना सफर तय करते हुए लखनऊ तक तथा चित्रकूट के लिए वाया प्रयागराज संचालन किया जाएगा।
लंबे रूट के लिए बसों को रिप्लेस किया जाएगा
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक वीके पांडेय ने बताया कि बीएस-6 इंजन वाली ये आधुनिक बसें प्रदूषण रहित हैं। नई बसों के मिलने के बाद लंबे रूट पर संचालित बसों को रिप्लेस किया जाएगा। डिपो यात्रियों को बेहतर और आरामदायक यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है। बताया कि डिपो को 75 नई ईटीएम भी मिल गई है।