मुजफ्फरनगर की समाजसेवी शालू सैनी ने रविवार को एक और लावारिस लाश का अंतिम संस्कार किया। छपार थाना क्षेत्र में पुलिस को 20 जुलाई को 60 वर्षीय पुरुष का शव बरामद हुआ था। काफी छानबीन के बाद भी शव की शिनाख्त नहीं हुई। उसके अंतिम संस्कार के लिए भी कोई आगे नहीं आया।
थाना छपार पुलिस ने साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट की अध्यक्ष शालू सैनी को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने नई मंडी विश्वकर्मा चौक के पास बने श्मशान घाट में लावारिस का पूरे विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार किया।
शालू बोलीं- लावारिस लाशों से पुनर्जन्म का रिश्ता
नई मंडी शमशान घाट पहुंची शालू सैनी ने बताया लावारिस लाशों से शायद उनका कोई पुनर्जन्म का रिश्ता है। ऊपर वाला उनसे यह पुण्य का काम करा है। उन्होंने बताया कि यह कहने को लावारिस लाश थी लेकिन सही मायने में मैं ही इस शव की वारिस हूं। उन्होंने कहा कि जो भी हो रहा है शायद उसी में भगवान की मर्जी है।
कोरोना काल में लोगों ने परिजनों के शवों को छोड़ा तब शालू आईं आगे
कोरोना काल में जब लोग अपने परिजनों के शवों को छोड़कर चले जा रहे थे। श्मशान घाट में लाशों के ढेर लगे थे। जब इस बात की जानकारी शालू सैनी को मिली, तो वह उन मृतकों के अंतिम संस्कार को आगे आईं। पीपीई किट पहनकर शवों को मुखाग्नि दी थी। कोरोना काल से अब तक वह सैकड़ों लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं।
कहा जाता है कि श्मशान में महिलाओं को नहीं जाना चाहिए। मगर शालू इस मिथक को भी तोड़ रही हैं। वह मृतकों की आत्माओं की शांति के लिए पूरे विधान के साथ न सिर्फ अंतिम संस्कार करती हैं बल्कि उनकी अस्थियों को भी विसर्जित भी करती हैं।
लावारिश लाश मिलने पर अंतिम संस्कार के लिए इस नंबर पर करें संपर्क
कोरोना काल में उन्होंने अपना मोबाइल नंबर पर 8273189764 जारी किया था। अपील की थी कि मुजफ्फरनगर में किसी भी कारणवश अपने परिवार के मृतक का दाह संस्कार करने में कोई भी परिवार असमर्थ हो या कोई लावारिश लाश मिले तो उनका अंतिम संस्कार कराने के लिए तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें। उनका यह नंबर आज भी सक्रिय है।