सिया कोलीसी ने अल्काराज़–सिन्नर मुकाबले को बताया ऐतिहासिक, ट्यूरिन में दोनों खेलों का जलवा

सिया कोलीसी ने अल्काराज़–सिन्नर मुकाबले को बताया ऐतिहासिक, ट्यूरिन में दोनों खेलों का जलवा

ट्यूरिन में शनिवार का दिन खेल प्रेमियों के लिए काफी खास रहा, क्योंकि जहां एक तरफ रग्बी के मैदान पर सिया कोलीसी ने दक्षिण अफ्रीका को इटली के खिलाफ 32-14 से जीत दिलाई, वहीं कुछ ही घंटों बाद वे निट्टो ATP फाइनल्स में पहुंचे, जहां कार्लोस अल्काराज़ और फेलिक्स ऑगर-अलियासिमे को लाइव खेलते देखने का मौका मिला है। मौजूद जानकारी के अनुसार, कोलीसी लंबे समय से टेनिस के बड़े प्रशंसक रहे हैं और खिलाड़ियों से उनकी दोस्ती भी लगातार बढ़ती दिख रही है।

कोलीसी ने बताया कि ट्यूरिन आना उनके लिए खास इसलिए भी था क्योंकि जानिक सिन्नर और कार्लोस अल्काराज़ की प्रतिद्वंद्विता आज की टेनिस दुनिया में सबसे रोमांचक मानी जाती है। उन्होंने कहा कि स्थानीय खिलाड़ी सिन्नर को भले ही घरेलू समर्थन मिल रहा हो, लेकिन अल्काराज़ जैसे दमदार खिलाड़ी के मनोबल पर इसका कम ही असर पड़ने वाला है। बता दें कि यह दोनों के बीच साल 2025 की छठी भिड़ंत होने जा रही है।

कोलीसी ने इस दौरान फेलिक्स ऑगर-अलियासिमे से भी मुलाकात की, जिनसे वे लंबे समय से सोशल मीडिया पर बातचीत करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार था जब उन्होंने अल्काराज़ और फेलिक्स दोनों का मैच लाइव देखा है और यह अनुभव उनके लिए बेहद खास रहा है। अल्काराज़ के सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से जीतने के बाद कोलीसी ने माना कि स्पेनिश खिलाड़ी की ताकत और गति वाकई देखने लायक है, हालांकि फेलिक्स की मेहनत को भी कम नहीं आंका जा सकता है।

गौरतलब है कि कोलीसी की टेनिस खिलाड़ियों से करीबियां नई बात नहीं है। वे पहले भी रोजर फेडरर के साथ कई कार्यक्रमों में साथ देखे जा चुके हैं। बता दें कि 2019 रग्बी विश्व कप के दौरान फेडरर ने सार्वजनिक रूप से दक्षिण अफ्रीका का समर्थन किया था, जिसके बाद दोनों के बीच दोस्ती और मजबूत हुई है। कोलीसी ने बताया कि फेडरर से उन्होंने सबसे ज्यादा यह सीखा है कि खेल में मानसिक दृढ़ता कितनी महत्वपूर्ण होती है एक पॉइंट खोने के बाद तुरंत अगले पॉइंट पर ध्यान लगाना ही असली चैंपियन की पहचान है।

हालांकि, कोलीसी ने मुस्कुराते हुए यह भी स्वीकार किया कि वे टेनिस खेलने में उतने अच्छे नहीं हैं और शायद फेडरर के साथ कोर्ट साझा करने के लिए अभी तैयार नहीं हैं। उन्होंने मज़ाक में कहा कि वे टेनिस में “बहुत कमजोर” हैं लेकिन फिर भी किसी दिन फेडरर के चैरिटी मैच में खेलने की इच्छा रखते हैं।

ट्यूरिन में रग्बी की जीत और उसके बाद टेनिस मुकाबलों का आनंद लेना कोलीसी के लिए एक यादगार दिन साबित हुआ है। दोनों खेलों के प्रति उनकी गहरी समझ और खिलाड़ियों से उनका जुड़ाव खेल जगत में उनकी अलग पहचान को और मजबूत करता है।

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