समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ अपने रिश्ते को राजनीति से परे बताते हुए इसे आधी सदी से भी ज़्यादा पुराना पारिवारिक संबंध बताया।
खान ने लखनऊ स्थित अखिलेश यादव के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद पीटीआई-वीडियो से कहा, इस घर से मेरा रिश्ता आधी सदी यानी 50 साल पुराना है। इसे कमजोर होने में वर्षों लगेंगे और टूटने में सदियां। मेरे पास भले ही सदियां न बची हों लेकिन यह रिश्ता अगली पीढ़ी के साथ बना रहेगा।
उन्होंने कहा, यह एक ऐसा रिश्ता है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक जाता है। अगर कभी इस पर थोड़ी सी भी जंग लग जाती है, तो मैं इसे खुद साफ कर देता हूं। किसी और की जरूरत नहीं होती।
समाजवादी पार्टी के साथ अपने निरंतर जुड़ाव पर जोर देते हुए खान ने कहा, हमने जीवन में पहले ही बहुत दर्द और अन्याय सहा है। इससे ज्यादा शायद ही कुछ हो। इतना सब कुछ सहने के बाद अब हम अलग क्यों हों? इस बैठक में अपने पिता आजम खान के साथ शामिल हुए पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम ने कहा, हम एक परिवार हैं। चर्चा पूरी तरह से पारिवारिक थी, राजनीतिक नहीं। परिवारों में जो बातें होती हैं उन पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जानी चाहिए।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक भावुक पोस्ट में कहा, न जाने कितनी यादें संग ले आए जब वो आज हमारे घर पर आए! ये जो मेलमिलाप है यही हमारी साझा विरासत है। हाल ही में ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि अखिलेश यादव के साथ कथित मतभेदों के चलते खान समाजवादी पार्टी छोड़ सकते हैं।
हालांकि खान ने ऐसा कोई भी कदम उठाने से साफ इनकार किया है। शुक्रवार की मुलाकात एक महीने में दोनों नेताओं के बीच दूसरी मुलाकात थी। इससे पहले आठ अक्टूबर को अखिलेश यादव आजम खान से मिलने रामपुर गए थे और बाद में कहा था कि अगर समाजवादी पार्टी सत्ता में लौटती है, तो खान और उनके जैसे अन्य लोगों के खिलाफ सभी झूठे मामले वापस ले लिए जाएंगे।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और पार्टी के दिवंगत संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी सहयोगी रहे आजम खां जमीन हड़पने, धमकी देने और बकरी चोरी सहित कई आपराधिक मामलों में लगभग दो साल जेल में बिताने के बाद हाल ही में जेल से रिहा हुए हैं।
