शिवसेना (उबाठा) के नेता आदित्य ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि लोकमान्य नगर के निवासियों ने क्षेत्र का खुद से पुनर्विकास करने के लिए एक बिल्डर का चयन किया था लेकिन स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस प्रक्रिया को रोक दिया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे एक पत्र में ठाकरे ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लोकमान्य नगर के निवासियों को न्याय मिलेगा। ठाकरे ने दावा किया, “लोकमान्य नगर के हजारों निवासियों ने खुद से ही पुनर्विकास करने का रास्ता चुना था।
उन्होंने अपने बिल्डर का भी चयन कर लिया था लेकिन स्थानीय विधायक ने इस पर रोक लगाने की मांग की और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने 15 अक्टूबर को तुरंत इस निर्णय पर रोक लगा दी।

 
	
	

