मधुबनी को मिली ₹8328 करोड़ की सौगात, CM नीतीश ने कहा- विकास कार्यों से जीवन स्तर में आएगा सुधार

मधुबनी को मिली ₹8328 करोड़ की सौगात, CM नीतीश ने कहा- विकास कार्यों से जीवन स्तर में आएगा सुधार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मधुबनी जिला के सिरसिया-परसाही स्थित पावरग्रिड के मैदान में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 8328.82 करोड़ रुपये लागत की कुल 25 योजनाओं का शिलापट्ट अनावरण कर रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 81.74 करोड़ रुपये की लागत से कुल 9 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं 8247.08 करोड़ रुपये की लागत की 16 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इसमें प्रगति यात्रा के दौरान जिले के विकास के लिए घोषित योजनाओं का शिलान्यास भी शामिल है। आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 7832.29 करोड़ रुपये की लागत की महत्वपूर्ण पश्चिम कोसी नहर परियोजना के विस्तारीकरण, नवीकरण एवं आधुनिकीकरण कार्य (पार्ट ए) का शिलान्यास किया। इसके निर्माण से मधुबनी जिला के 20 प्रखंडों तथा दरभंगा जिला के 16 प्रखंडों के किसान लाभान्वित होंगे। इन योजनाओं से जिले में विकास कार्यों को नई गति एवं दिशा मिलेगी, जिससे लोगों के जीवन स्तर में सकारात्मक सुधार होगा एवं उन्हें इसका प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने सिरसिया-परसाही स्थित पावर ग्रिड के मैदान में आयोजित संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित पेंशनधारी लाभुकों, जीविका दीदियों, आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका सहित अन्य लाभुकों के साथ संवाद किया। वहां उपस्थित लोगों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों एवं विधवा महिलाओं की पेंशन राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये किया गया है। इसके अलावा गृह रक्षकों का दैनिक भत्ता 774 रुपये से बढ़ाकर 1121 रुपये, आंगनबाड़ी सेविका के मानदेय 7 हजार रुपये से बढ़ाकर 9 हजार रुपये, आंगनबाड़ी सहायिका का मानदेय 4 हजार रुपये से बढ़ाकर 4500 रुपये, विद्यालय रात्री प्रहरी का मानदेय 5 हजार रुपये से बढ़ाकर 10 हजार रुपये, किसान सलाहकारों का मानदेय 13 हजार रुपये से बढ़ाकर 21 हजार रुपये की गयी है। आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में भी वृद्धि की गई है। इससे हम सभी लोग काफी खुश हैं। घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली फ्री करने से हमलोगों को बहुत फायदा हो रहा है। इससे होने वाली बचत राशि का उपयोग हमलोग अन्य विकास कार्यों में कर रहे हैं। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को उनके लिए किए जा रहे विकास कार्यों की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से कहा कि आप सभी लोग लोग बहुत अच्छा काम कर रही हैं। इसी प्रकार पूरी बुलंदी के साथ काम करते रहिए और आगे बढिये। सरकार हरसंभव मदद करेगी। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से कहा कि आप लोग अच्छे से मिल-जुलकर रहें तथा बिहार को आगे बढ़ाने में अपना अहम योगदान दें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण भी किया।

कार्यक्रम में जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, राज्यसभा सांसद सह जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय कुमार झा, सांसद श्री रामप्रीत मंडल, अन्य जनप्रतिनिधिगण, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री संतोष कुमार मल्ल, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री शीर्षत कपिल अशोक, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री कौशल किशोर, दरभंगा प्रक्षेत्र की पुलिस उप महानिरीक्षक श्रीमती स्वपना गौतम मेश्राम, मधुबनी के जिलाधिकारी श्री आनंद शर्मा, मधुबनी के पुलिस अधीक्षक श्री योगेंद्र कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण, लाभार्थीगण, गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में आमलोग उपस्थित थे

एन०डी०ए० कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में भी हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज मधुबनी जिला के सिरसिया-परसाही स्थित पावर ग्रिड के मैदान में आयोजित कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज मुझे प्रगति यात्रा के दौरान घोषित योजनाओं के स्थल भ्रमण एवं शिलान्यास के लिए मधुबनी आने तथा आपसे बातचीत करने का मौका मिला है। बहुत खुशी की बात है कि इस कार्यकर्ता संवाद में आप सब लोग उपस्थित हैं। मैं आपका अभिनंदन करता हूँ। आप सब जानते हैं कि पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया। पहले बिहार का बहुत बुरा हाल था। जब 24 नवंबर, 2005 को एन०डी०ए० की सरकार बनी थी, तब से हमलोग बिहार के विकास में लगे हुये हैं। राज्य में कानून का राज है, सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 को हमलोगों की सरकार बनी थी, तब से राज्य में कानून का राज है और हम लगातार 20 वर्षों से विकास के काम में लगे हुये हैं। याद है ना पहले क्या स्थिति थी? पहले बहुत बुरा हाल था? लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकालते थे। समाज में कितना विवाद होता था। कितना हिन्दू-मुस्लिम झगड़ा होता था? पढ़ाई का क्या हाल था, बहुत कम बच्चे पढ़ते थे, बहुत कम पढ़ाई होती थी। पहले इलाज का पूरा इंतजाम नहीं था। सड़कें बहुत कम थी और जो थी उनका बुरा हाल था। बिजली बहुत कम जगह थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरू से ही बिहार के विकास का काम हो रहा है। अब किसी प्रकार के डर एवं भय का वातावरण नहीं है। राज्य में प्रेम, भाईचारा एवं शांति का माहौल है। वर्ष 2006 से ही कब्रिस्तान की घेराबंदी शुरू की गयी है। बड़े पैमाने पर कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा चुकी है। अब कोई झगड़ा झंझट नहीं होता है। वर्ष 2016 से 60 वर्ष से पुराने हिन्दू मंदिरों की घेराबंदी की जा रही है जिससे चोरी आदि की घटनायें नहीं होती हैं। सर्वप्रथम शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। हमलोगों ने बड़ी संख्या में नये स्कूल खोले और नियोजित शिक्षकों की बहाली की। शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु लड़के-लड़कियों के लिए पोशाक एवं साइकिल योजना चलायी। हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग (बी०पी०एस०सी०) द्वारा 2 लाख 58 हजार सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है। इसमें पूर्व के 28 हजार 976 नियोजित शिक्षक, सरकारी शिक्षक बन गये। फिर सरकार ने तय किया कि नियोजित शिक्षकों को बी०पी०एस०सी० की परीक्षा देने की जरूरत नहीं है। उन्हें मामूली सी परीक्षा लेकर, सरकारी शिक्षक बनाया जाय। इसके लिए उन्हें 5 मौके देने तय किये गये। इसके तहत अब तक 3 परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है। जिसमें 2 लाख 62 हजार नियोजित शिक्षक पास हो गये हैं। अब केवल 77 हजार नियोजित शिक्षक बच गये हैं। इसके बाद 2 मौके और दिये जायेंगे। अब कुल मिलाकर सरकारी शिक्षकों की संख्या 5 लाख 20 हजार हो गयी है।

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