लखनऊ में चर्चित छांगुर गैंग की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब आयकर विभाग ने भी इसकी जांच को तेज़ कर दिया है। बलरामपुर और बहराइच में गैंग से जुड़े खातों की डिटेल खंगाली जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, छांगुर और उसके साथियों के खातों में करोड़ों की संदिग्ध लेन-देन की जांच की जा रही है।
हवाला नेटवर्क से जुड़े साक्ष्य मिले
जांच में अब तक जो साक्ष्य मिले हैं, वे चौंकाने वाले हैं। आयकर विभाग की टीम को हवाला नेटवर्क से जुड़ी कई ट्रांजैक्शन और संदिग्ध विदेशी फंडिंग के रिकॉर्ड मिले हैं। बताया जा रहा है कि यह फंडिंग आतंकी गतिविधियों और धर्मांतरण के लिए इस्तेमाल की जा रही थी।
100 करोड़ से ज़्यादा की विदेशी फंडिंग का बड़ा खुलासा
छांगुर गैंग को विदेशी स्रोतों से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की फंडिंग मिली थी। एटीएस की प्रारंभिक जांच में इस बात की पुष्टि पहले ही हो चुकी थी। अब आयकर विभाग भी इसी कड़ी में गहराई से जांच कर रहा है।
मदरसों को लेकर थी गहरी नाराजगी
सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा कई अवैध मदरसों को तोड़े जाने से छांगुर बेहद नाराज था। यही वजह है कि उसने अपने नेटवर्क के ज़रिए बड़े पैमाने पर धर्मांतरण अभियान चलाया। इस मिशन के लिए ही उसे भारी मात्रा में विदेशी फंडिंग मिली थी।
संपत्तियों पर होगी बड़ी कार्रवाई
छांगुर गैंग की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जांच एजेंसियों ने पहले ही कई मकान, प्लॉट और बैंक अकाउंट्स की पहचान कर ली है। जल्द ही इन पर कानूनी कार्रवाई कर उन्हें ज़ब्त किया जाएगा।
इस मामले में एक के बाद एक खुलासे यह संकेत दे रहे हैं कि छांगुर गैंग पर अब कानून का शिकंजा कस चुका है। हवाला नेटवर्क, विदेशी फंडिंग और धर्मांतरण के बड़े खेल में शामिल इस गैंग पर सरकार और जांच एजेंसियों की नज़रें टिकी हुई हैं। आने वाले दिनों में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।