कानपुर CMO विवाद में नया मोड़…डॉ. हरिदत्त नेमी की बहाली, डॉ. उदयनाथ हटाए गए

 कानपुर CMO विवाद में नया मोड़…डॉ. हरिदत्त नेमी की बहाली, डॉ. उदयनाथ हटाए गए

 कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पद को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से चल रहे प्रशासनिक विवाद ने अब नया मोड़ ले लिया है। जिला मजिस्ट्रेट (DM) जितेंद्र प्रताप सिंह ने डॉ. हरिदत्त नेमी का निलंबन आदेश निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही डॉ. नेमी को कानपुर का CMO बना रहने की अनुमति मिल गई है, जबकि वर्तमान CMO डॉ. उदयनाथ को उनके मूल पदस्थापन स्थल श्रावस्ती वापस भेज दिया गया है।


हाईकोर्ट से मिला था स्टे, फिर भी हटाए गए थे नेमी

18 जून को डॉ. हरिदत्त नेमी को निलंबित कर लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया गया था। इसके बाद डॉ. उदयनाथ को कानपुर का नया CMO नियुक्त किया गया। डॉ. नेमी ने निलंबन के खिलाफ हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की, जहां से उन्हें राहत मिली। कोर्ट ने निलंबन पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार से 4 हफ्ते में जवाब मांगा।


हालांकि, स्टे के बावजूद जब डॉ. नेमी ने 9 जुलाई को CMO पद की कुर्सी संभाली, तो दो दिनों तक ऑफिस में प्रशासनिक ड्रामा चला और अंततः पुलिस ने उन्हें ऑफिस से बाहर निकाल दिया।


कोर्ट की अवमानना याचिका के बाद सरकार बैकफुट पर

डॉ. नेमी ने 14 जुलाई को एक बार फिर हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की। याचिका में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, डीएम कानपुर समेत कई अधिकारियों को पार्टी बनाया गया। कोर्ट ने इस पर 17 जुलाई को सुनवाई तय की, जिसके बाद सरकार ने डॉ. नेमी का ट्रांसफर रद्द कर बहाली का आदेश जारी किया।


डॉ. उदयनाथ ने माना आदेश, श्रावस्ती लौटने की तैयारी

डॉ. उदयनाथ ने बातचीत में कहा, “शासन से मुझे पत्र मिला है। मुझे फिर से श्रावस्ती CMO के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। गुरुवार को मैं वहां ज्वॉइन करूंगा।”



विवाद की जड़: सीएमओ ऑफिस पर डीएम का छापा

यह विवाद तब शुरू हुआ जब 5 फरवरी 2025 को डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीएमओ कार्यालय पर छापा मारा। इस दौरान सीएमओ समेत 34 अधिकारी-कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए। डीएम ने वीडियो जारी कर सबूत भी दिखाए, जिसके बाद सभी का एक दिन का वेतन काटा गया। इस कार्रवाई के बाद सीएमओ और डीएम के बीच टकराव शुरू हुआ जो निलंबन, कोर्ट केस और प्रशासनिक घमासान तक पहुंच गया।


क्या कहते हैं दोनों पक्ष?

डॉ. हरिदत्त नेमी: “कोर्ट ने मेरे निलंबन और ट्रांसफर पर स्टे दिया है। मैंने कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्यभार संभाला था।”

डॉ. उदयनाथ: “शासन का आदेश मेरे पास आया है, इसलिए कानपुर का कार्यभार छोड़ दिया है। अब श्रावस्ती में सेवा दूंगा।”

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