ऐपल ने पॉपुलर टेक यूट्यूबर jon prosser और उनके साथी Michael Ramacciotti पर जासूसी को लेकर मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि इन दोनों ने ऐपल के एक प्रोटोटाइप आईफोन तक अवैध रूप से पहुंच हासिल की और iOS 26 के इंटरफेस और फीचर्स लीक किए। इस केस में ऐपल ने कथित तौर पर कहा है कि Prosser को इन लीक के लिए एक तरह की डील ऑफर की गई थी और उन्होंने जानबूझकर ऐसी क्लिप्स को सोशल मीडिया पर पब्लिश किया जो कंपनी के ट्रेड सीक्रेट्स थे।
लॉसूट डॉक्यूमेंट में ऐपल ने दावा किया है कि Michael Ramacciotti नाम के व्यक्ति ने एक ऐपल इंजीनियर Ethan Lipnik का पासकोड चुराया और उसकी लोकेशन ट्रैक की। जब इंजीनियर अपने घर पर नहीं था, तब उसने डिवाइस एक्सेस कर लिया और Face Time कॉल के जरिए जोन प्रोसर को दिखाया। इसके बाद प्रोसर ने उस इंटरफेस की स्क्रीन रिकॉर्डिंग ली और उसे यूट्यूब व अन्य प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट कर दिया, जिससे ऐपल के मुताबिक, प्रोसेर को एड से कमाई भी हुई।
ऐपल ने कोर्ट में बताया कि प्रोसर और रामाकोटी ने इस पूरे प्लान की स्क्रिप्ट पहले से लिख रखी थी। उन्होंने इंटर्नल iOS 26 बिल्ड को पब्लिक में लाकर ऐपल के सीक्रेट्स को एक्सपोज किया, जिससे कंपनी को नुकसान पहुंचा। कंपनी का कहना है कि ये सिर्फ लीक नहीं बल्कि एक कॉर्डिनेटिड हैक था। ऐपल ने इसके बाद लिपनिक को नौकरी से भी निकाल दिया था।
अब ऐपल इस केस में इंजंक्शन, यानी रोक लगाने के साथ दोनों से कंपेन्सेशेटरी डैमेजेस की मांग कर रहा है। दूसरी ओर प्रोसर ने बयान में कहा है कि वो किसी साजिश में शामिल नहीं थे और उन्हें ये जानकारी कैसे मिली, इसका उन्हें सही से अंदाजा नहीं था। उन्होंने ये भी कहा कि वो ऐपल के दावों को कोर्ट में चुनौती देंगे।