नई दिल्ली: आईपीएल 2025 चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का एक और प्लेयर विवादों में फंसा है. यश दयाल पर यौन शोषण के आरोप लगे तो फिल सॉल्ट पर मैच में धांधली और बेईमानी का इल्जाम लगा. राहत की बात है कि दाएं हाथ के इस तूफानी बल्लेबाज को अब क्लीन चिट मिल गई.
क्या था मामला?
वाइटैलिटी ब्लास्ट में पिछले शुक्रवार (4 जुलाई) को नॉर्थैम्पटनशायर स्टीलबैक्स के खिलाफ लंकाशायर लाइटनिंग के मैच में लक्ष्य का पीछा करते समय पहले ओवर में अंपायर ने फिल सॉल्ट के बल्ले का आकार मापने के लिए बैट-गेज टेस्ट किया. यह एक नियमित प्रक्रिया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि बल्ला निर्धारित मापदंडों के भीतर है. हालांकि उस समय उनका बल्ला बैट-गेज से नहीं गुजर पाया और उसे टेस्ट में असफल घोषित कर दिया गया.
फिर क्या हुआ?
पहली बार में टेस्ट में फेल होने के बाद फिल सॉल्ट का बैट मैच के बाद भी टेस्ट किया गया. हैरानी की बात है कि इस बार उनका बैट सफलतापूर्वक गेज से गुजर गया, जिससे नतीजा अस्पष्ट रहा. इसके बाद अंपायर्स ने बल्ले को आगे की जांच के लिए भेज दिया.
क्लीन चिट भी मिल गई
लंकाशायर काउंटी क्रिकेट क्लब (LCCC) ने पुष्टि की है कि फिल सॉल्ट को इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के एंटी-करप्शन कोड के किसी भी उल्लंघन से दोषमुक्त कर दिया गया है.
दो साल से इसी बल्ले से खेल रहे
फिल सॉल्ट का दावा था कि वह पिछले दो साल से यही बल्ला इंग्लैंड, लंकाशायर और आईपीएल में लगातार इस्तेमाल कर रहे है और इस पर कभी कोई आपत्ति नहीं उठाई गई थी. क्लब और खिलाड़ी दोनों मानते थे कि मैच के बाद हुए टेस्ट से मामला रफा-दफा हो जाना चाहिए था.