नई दिल्ली: श्रीलंका के दौरे पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज में बांग्लादेश को हार का सामना करना पड़ा है. पहला मुकाबला ड्रॉ करने के बाद मेहमान टीम को दूसरे मुकाबले में पारी की शर्मनाक हार मिली. इस हार से दुखी होकर बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. यह फैसला श्रीलंका में 1-0 से सीरीज हारने के बाद लिया गया, जहां कोलंबो में दूसरे टेस्ट में टीम को पारी और 78 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
मैच के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शांतो ने बताया कि उनका यह फैसला टीम के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है न कि व्यक्तिगत निराशा के कारण. शांतो ने कहा, “मैं अब टेस्ट फॉर्मेट में कप्तान के रूप में जारी नहीं रहना चाहता. यह व्यक्तिगत नहीं है. मैंने यह फैसला टीम के भले के लिए लिया है. मुझे लगता है कि इससे टीम को मदद मिलेगी. मैं पिछले कुछ सालों से ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहा हूं.
मुझे लगता है कि तीन इंटरनेशनल फॉर्मेट्स के लिए तीन कप्तान होना समझदारी नहीं है. मुझे नहीं पता कि बोर्ड इस बारे में क्या सोचेगा और मैं उनके फैसले का समर्थन करूंगा. लेकिन यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय है. मुझे लगता है कि तीन अलग-अलग कप्तान टीम के लिए संभालना मुश्किल होगा.”
शांतो ने जोर देकर कहा कि इस फैसले को भावनात्मक या हाल ही की सीरीज हार की प्रतिक्रिया के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. “मैं चाहता हूं कि कोई भी इस फैसले को भावनात्मक न समझे या यह न सोचे कि मैं किसी चीज से निराश हूं. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं. यह टीम के भले के लिए है.”
उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के क्रिकेट संचालन विभाग को इस बारे में सूचित कर दिया था. शांतो को इस महीने की शुरुआत में ही वनडे कप्तान के पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह मेहदी हसन मिराज को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी. शांतो का टेस्ट कप्तान के रूप में कार्यकाल नवंबर 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान शुरू हुआ था. उनकी कप्तानी में बांग्लादेश ने 14 टेस्ट खेले, जिनमें से चार नौ हारे और एक ड्रॉ रहा. उन्होंने कप्तान के रूप में टेस्ट में 36.24 की औसत से रन बनाए, जबकि कप्तान न होने पर यह औसत 29.83 था.