महान भारतीय कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को सोमवार 9 जून को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया. झारखंड के 43 साल के क्रिकेटर ने अपने 15 साल लंबे इंटरनेशनल करियर में 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेले और 17000 से अधिक रन बनाए. उन्होंने भारत को 2007 में पहले टी20 विश्व कप, 2011 में वनडे विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जिताई. धोनी दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने आईसीसी की तीनों लिमिटेड ओवर फॉर्मेट की ट्रॉफियां जीती हैं. उनके नेतृत्व में भारत टेस्ट रैंकिंग में भी टॉप पर पहुंचा और कई बार टेस्ट मेस जीती. आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 11वें भारतीय क्रिकेटर बनने के बाद धोनी ने अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि यह सम्मान हमेशा उनके साथ रहेगा. धोनी ने आईसीसी से कहा, “आईसीसी हॉल ऑफ फेम में नामित होना एक सम्मान की बात है, जो पीढ़ियों और दुनिया भर के क्रिकेटरों के योगदान को मान्यता देता है. ऐसे महान खिलाड़ियों के साथ अपना नाम याद किया जाना एक अद्भुत अनुभव है. यह कुछ ऐसा है जिसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा.” धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ एक वनडे मैच में भारत के लिए इंटरनेशनल डेब्यू किया और भारत के लिए 347 वनडे और एशिया XI के लिए तीन वनडे खेले. वनडे में उन्होंने 297 पारियों में कुल 10773 रन बनाए और दिसंबर 2014 में अपने टेस्ट करियर को 90 मैचों में 4,876 रनों के साथ खत्म किया. धोनी ने 98 टी20 मैच भी खेले और 85 पारियों में 1,617 रन बनाए. धोनी ने 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की लेकिन वह अभी भी इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं. उन्हें पिछले साल आईपीएल 2025 मेगा नीलामी से पहले चेन्नई फ्रेंचाइजी द्वारा 4 करोड़ रुपये में रिटेन किया गया था और 11 अप्रैल 2025 को उन्होंने सीएसके कप्तान के रूप में वापसी की. लेकिन कप्तानी में वापसी के बावजूद, आईपीएल 2025 में सीएसके उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई और इतिहास में पहली बार अंक तालिका में सबसे नीचे रही.
ICC से महेंद्र सिंह धोनी को मिला बड़ा सम्मान, हॉल ऑफ फेम में शामिल किए जाने पर माही ने क्या कहा



