ओडिशा के जाजपुर जिले में एक निर्दलीय विधायक के कुछ समर्थकों ने बीजद के पूर्व विधायक प्रणब कुमार बलबंतराय पर रविवार को कथित तौर हमला किया और उनकी कार में तोड़फोड़ की।
यह घटना जेनापुर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत अरुहा गांव में हुई, जब बीजू जनता दल (बीजद) के नेता एक उत्सव में शामिल होने के लिए जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि बलबंतराय को कोई चोट नहीं आई, हालांकि उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है। बलबंतराय ने आरोप लगाया, ‘‘हिमांशु शेखर साहू के समर्थकों ने मेरी जान लेने की कोशिश की। उनके पास ‘भुजाली’ (धारदार हथियार) और तलवारें थीं।’’
विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा का समर्थन करने वाले साहू ने इस आरोप को खारिज कर दिया। स्थानीय विधायक साहू के कथित समर्थकों ने हिंगुला मंदिर के पास बलबंतराय के वाहन को रोका था। बलबंतराय ने इस घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘‘वे पिछले कुछ दिनों से हथियारों से लैस गुंडों के जरिए मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। ’’
दिल्ली में मौजूद साहू ने आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि जिले में बीजद के कुछ नेता ही बलबंतराय के खिलाफ है और हो सकता है कि उन्होंने ही उन पर हमला करवाया हो।
धर्मशाला क्षेत्र में अक्टूबर 2024 में भी बलबंतराय के वाहन पर हमला किया गया था। बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने हमले की ताजा घटना को लेकर चिंता व्यक्त की। पटनायक ने एक बयान में कहा, ‘‘धर्मशाला के पूर्व विधायक और बीजद के युवा नेता प्रणब बलबंतराय पर सरेआम और सुनियोजित हमला राज्य में कानून-व्यवस्था की भयावह स्थिति को दर्शाता है।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि राज्य में जनप्रतिनिधि सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी की सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा होता है। पटनायक ने कहा, ‘‘असामाजिक तत्वों को रोकने में राज्य सरकार की निष्क्रियता, अड़ियल और एकतरफा रवैया ऐसी घटनाओं को और बढ़ावा दे रहा है। सरकार को राजनीतिक हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।’’ जेनापुर पुलिस थाने की प्रभारी निरीक्षक निरुपमा जेना ने कहा, ‘‘हमने घटना की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।