लखनऊ से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां जालसाजों ने एक ज्योतिषाचार्य को डिजिटल अरेस्ट में फंसाया है। इसके साथ ही उससे लाखों रुपये की ठगी भी कर ली है। आरोपियों ने इस ठगी को आईपीएस बताकर अंजाम दिया है। आरोपियों ने धमकी दी कि ज्योतिषाचार्य को पैसे ना देने पर उसका नाम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जोड़ा जाएगा।
इस धमकी के साथ ही बैंक खातों में लाखों रुपये ट्रांसफर भी करवाए गए। पुलिस ने पीड़िय ज्योतिषाचार्य की शिकायत के बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। ठगी करने के लिए उपयोग में लाए गए बैंक खातों के ट्रांजेक्शन की जानकारी भी निकाल कर इसकी विस्तृत जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक पूरा मामला लखनऊ के आलमबाग का है। यहां सतनाम सिंह के एक ज्योतिषाचार्य के साथ धोखाधड़ी हो गई है। जालसाजों ने 45 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपये की ठगी उनसे की है। अधिकारी बनकर ज्योतिषाचार्य से रोजाना कई घंटों तक स्काइप कॉल पर पूछताछ की जाती थी। स्काइप कॉल पर आधार कार्ड के गलत उपयोग को लेकर उनसे पूछताछ होती थी। यहां तक की ज्योतिषाचार्य को डराने और सब असल दिखाने के उद्देश्य से उन्हें सुप्रीम कोर्ट और आयकर विभाग के फर्जी दस्तावेज भी भेजे गए थे।
बता दें कि दो अलग अलग खातों में उन्हें 50-50 हजार रुपये ट्रांसफर किए। ठगी करने के बाद पीड़ित का व्हाट्सए, स्काइप अकाउंट और मोबाइल नंबर भी ब्लॉक कर दिया था। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक सतनाम के पास बीते कुछ महीनों पहले उसके पास कॉल आया था। कॉलर ने खुद को आईपीएस अधिकारी आकाश कुलहरि बताया था। आरोपी ने उन्हें डराया कि उनके आधार कार्ड से नरेश गोयल ने मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम दिया है। पीड़ित की मानें तो आरोपी रोजाना घंटों की पूछताछ करता था। फर्जी दस्तावेज भी उन्हें भेजे गए और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में फंसाने की धमकी दी गई। डर के कारण ही उन्होंने पैसे भी ट्रांसफर किए गए। पैसे ट्रांसफर करने के बाद नंबर ब्लॉक हुआ, जिसके बाद ये समझ आया कि ठगी का शिकार हुआ हूं।