उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अब फल और सब्जियों की ताजगी को बनाए रखने के लिए गामा किरणों का उपयोग किया जाएगा। प्रदेश में गामा रेडिएशन प्लांट के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो कृषि उत्पादों के लंबे समय तक भंडारण में मदद करेगा और इनके निर्यात को बढ़ावा देगा।
500 करोड़ रुपये के निवेश
इस परियोजना के तहत प्रदेश से फल और सब्जियों का निर्यात बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए पीओसीटी ग्रुप ने राज्य सरकार के साथ 500 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू के तहत, 200 करोड़ रुपये की लागत से गामा रेडियेशन प्लांट का निर्माण किया जाएगा।
निर्यात बाजार में भी लखनऊ बनेगा प्रमुख स्थान
गामा रेडिएशन का उपयोग कृषि उत्पादों को ताजे रखने और उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए किया जाएगा, जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ किसानों की आय में भी सुधार होगा। इस प्लांट के संचालन से न केवल प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था को फायदा होगा, बल्कि भारत के निर्यात बाजार में भी लखनऊ को एक प्रमुख स्थान मिलेगा।
उत्पादों को बेचने में आसानी
प्रारंभ में यह प्लांट फल और सब्जियों के साथ-साथ अन्य कृषि उत्पादों के लिए भी उपयोगी साबित होगा, जिससे उत्तर प्रदेश के किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने उत्पादों को बेचने में आसानी होगी।
कोल्ड स्टोर का उपयोग
बता दें कि इससे पहले खाद्य पदार्थों को ताजा रखने के लिए कोल्ड स्टोर का उपयोग किया जाता था…