तमिलनाडु के चेन्नई स्थित एक अपार्टमेंट में कीट नियंत्रण सेवा कंपनी द्वारा चूहों को मारने के लिए जहरीले रसायन का छिड़काव करना चार-सदस्यीय परिवार के लिए घातक साबित हुआ।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि छह और एक साल की उम्र के दो बच्चों की मौत हो गई और उनके माता-पिता की हालत गंभीर है। पुलिस को संदेह है कि चूहे मारने वाला रसायन सांस के जरिये पीड़ितों के शरीर में प्रवेश कर जाने से यह घटना घटी।
पुलिस ने कहा कि कुंद्राथुर में अपार्टमेंट में सेवा प्रदान करने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। चूहे मारने के जहर के रूप में 13 नवंबर को परिवार पर यह विपत्ति आई।
एक कीट नियंत्रण सेवा प्रदाता कंपनी के प्रतिनिधि ने अपार्टमेंट में रासायनिक पाउडर का छिड़काव किया था, क्योंकि चूहों से निपटने के लिए उससे उसकी सेवाएं मांगी गई थीं।
कमरे में रसायन के छिड़काव से बेपरवाह अपार्टमेंट में अपने परिवार के साथ रहने वाले एक बैंकर गिरिधरन ने सोने से पहले एयर कंडीशनर चालू कर दिया। पुलिस ने कहा कि बृहस्पतिवार की सुबह सांस लेने में कठिनाई महसूस होने पर उन्होंने अपने दोस्त से मदद मांगी।
इसके बाद परिवार के चारों सदस्यों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने कहा कि उनकी बेटी और बेटे ने जहां बृहस्पतिवार को कुंद्राथुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया, वहीं गिरिधरन और उनकी पत्नी पवित्रा का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।