झारखंड में पहले चरण के तहत 43 विधानसभा सीटों पर आज वोटिंग खत्म हो चुकी है। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। जानकारी के मुताबिक पूरे राज्य में शाम 5:00 बजे तक 64.86 प्रतिशत मतदान हुआ। लोहरदगा जिला 73.21 प्रतिशत मतदान के साथ शीर्ष पर रहा जबकि हजारीबाग जिले में सबसे कम 59.13 प्रतिशत मतदान हुआ। अन्य जिलों में मतदान प्रतिशत सरायकेला-खरसावां में 72.19, गुमला में 69.01, सिमडेगा में 68.66, खूंटी में 68.36, गढ़वा में 67.35, लातेहार में 67.16, पश्चिमी सिंहभूम में 66.87, रामगढ़ में 66.32, पूर्वी सिंहभूम 64.87, चतरा 63.26, पलामू में 62.62, कोडरमा में 62, रांची 60.49 और हजारीबाग में 59.13 रहा।
इस चरण में चुनाव मैदान में खड़े प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल हैं, जो सरायकेला में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनका मुकाबला झामुमो के गणेश महली से है। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा जगन्नाथपुर में कांग्रेस के सोना राम सिंकू के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। लोहरदगा में कांग्रेस नेता रामेश्वर ओरांव का मुकाबला आजसू के शांति भगत से है जबकि जमशेदपुर (पश्चिम) में जद (यू) के सरयू राय का मुकाबला कांग्रेस के बन्ना गुप्ता से है।
दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी। वर्ष 2019 के चुनाव में झामुमो ने 30 सीट हासिल की थीं जबकि भाजपा ने 25 सीट पर जीत दर्ज की थी। झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीट के साथ बहुमत हासिल किया था। झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) शामिल हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन अपनी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के दम पर सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने आक्रामक हिंदुत्व एजेंडे, घुसपैठ और मौजूदा सरकार के कथित भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को चुनाव प्रचार के दौरान उठाया है।