आज़म खान के बेटे से मिलने जेल पहुंचे चन्द्रशेखर रावण , ये रिश्ता क्या कहलाता है ? दिया जबाब

आज़म खान के बेटे से मिलने जेल पहुंचे चन्द्रशेखर रावण , ये रिश्ता क्या कहलाता है ? दिया जबाब

नगीना से लोकसभा सांसद आजाद समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने जिला कारागार पहुंच कर सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की जेल के अंदर करीब 1 घंटे चली इस मुलाकात के बाद बाहर निकले नगीना सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि मैं आपको एक लाइन में कहना चाहता हूं अब्दुल्ला आजम भाई से जो मेरे रिश्ते हैं वह सियासी नहीं है जब भी मैं किसी तकलीफ में रहा आजम भाई का और पूरे परिवार का सहयोग हमेशा मिला है और आज इस रिश्ते को और मजबूत करने अपने छोटे भाई से मिलने यहां आया था  उनके खिलाफ सरकार ने कोई षड्यंत्र रचा तो वो चुप नहीं बैठेंगे और ताकत बढ़ने पर इन सभी फर्जी मुकदमो की जांच की जायेगी और उन अधिकारियो और कर्मचारियों का धायण रखा जाएगा जिन्होंने इसमें मदद की है।  

नगीना से लोकसभा सांसद आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने जिला कारागार पहुंचकर सपा नेता आज़म खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम से मुलाकात की।जेल के अंदर करीब 1 घंटे चली इस मुलाकात के बाद बाहर निकले नगीना सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि मैं आपको एक लाइन में कहना चाहता हूं अब्दुल्लाह आजम भाई से जो मेरे रिश्ते हैं वह सियासी नहीं है जब भी मैं किसी तकलीफ में रहा आजम भाई का और पूरे परिवार का सहयोग हमेशा मिला है और आज इस रिश्ते को और मजबूत करने अपने छोटे भाई से मिलने हैं यहां आया था यह जानने के लिए कि उनके क्या हाल हैं मुझे बहुत खुशी हुई मैं सोचता था कि जेल में होंगे तो परेशान होंगे लेकिन जिस ताजगी के साथ मुलाकात हुई उससे यह पता लगता है कि वह बहादुर आदमी है और लड़ाई को लड़ रहा है और जो हालात है वह किसी से छिपे हुए नहीं है मैंने उनके मुकदमे को भी पढ़ा है ऑर्डर भी पड़े हैं किस तरीके की चीजों में सजा हुई वह भी पढ़ी है मीडिया के माध्यम से जिनको कहना चाहता हूं उनको चला जाएगा सड़क से लेकर संसद तक हम इस लड़ाई को लड़ेंगे हम इस लड़ाई को अकेले नहीं छोड़ेंगे पूरे परिवार को,हमारा परिवार है आज तकलीफ में है हमें इस बात का दुख है,सत्ता में बैठे लोग सत्ता के अहंकार में उनका दमन कर रहे हैं और तमाम लोग इसका तमाशा देख रहे हैं यह भी इतिहास में लिखा जाएगा एक परिवार को जिसने लंबे समय सेवा की उत्तर प्रदेश के कमजोरों की मजलूमों की, आज उसको जरूरत है तो सब लोग उनके इस दर्द में शामिल नहीं हो रहे हैं हमें इस बात की तकलीफ है फर्जी मुकदमे लगा करके तमाम चीज वादी कह रहा है कि मेरा कोई नुकसान नहीं हुआ है सरकार कह रही है कि फिर भी सजा मुकदमे यह सब यह साबित करती हैं कि यह सरकार की देखरेख में हो रहा है मौका मिलेगा आज आगे ताकत बढ़ेगी तो इन मुकदमों की जांच कराई जाएगी और फर्जी मुकदमे करने वाले उन अधिकारियों का विशेष ख्याल रखा जाएगा जिन्होंने इस अपराध को को कारित करने में सरकार की मदद की है।


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